ईद

पूरे महीने रहते रोज़े दुनिया भर के मुसलमान,
इस पाक महीने को कहते हैं रमज़ान।

इसी पाक महीने में नाज़िल हुआ पाक क़ुरान,
जिस पर लाते हैं ईमान दुनिया के सारे मुसलमान।

यह पाक महीना होता है बहुत ही रहमत और बरकत का,
हर मुसलमान करता है खूब तिलावत पाक क़ुरान का।

इस महीने में मुसलमां करता है क़ुरान की दिन-रात तिलावत,
इस पाक महीने में होती है बहुत ही नेअमत और बरकत।

सभी को इंतजार रहता है बड़ी शिद्दत से ईद का,
शव्वाल का चाँद  दिखते ही अगले दिन होता है त्योहार ईद का।
लोग बहुत खुश होते हैं जब ईद आती है,
ईद अपने साथ बहुत सी खुशियाँ लाती है।

ईद के दिन हर घर में बनते हैं सेवइयों के पकवान,
एक-दूसरे से गले मिल मुबारकबाद देते हैं सभी मुसलमान।

यह त्योहार गिले-शिकवे मिटाकर सभी को मिलाता है,
ईद जब आता है, मोहब्बत का पैगाम लाता है।

शब्दावली :-
पाक - पवित्र (Holy)
रमज़ान - मुस्लिम साल का नौवाँ महीना
नाज़िल - उतारा गया/अवतरित (Descended)
ईमान - विश्वास /आस्था (Faith)
रहमत - दया (Kindness)
बरकत - वृद्धि /लाभ (Beneficence)
तिलावत- पढ़ना(Reading)
इबादत - पूजा (Worship)
नेअमत - ईश्वर प्रदत्त वैभव(Divine blessing)
शिद्दत - जुनून/प्रबलता (Passionity)
शव्वाल - मुस्लिम साल का दसवाँ  महीना
पैगाम-सन्देश (Message)

रचयिता
शिराज़ अहमद,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय ददरा,          
विकास खण्ड-मड़ियाहूं,
जनपद-जौनपुर।

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