विश्व मधुमक्खी दिवस

20 मई 2018 को पहला विश्व मधुमक्खी दिवस मनाया,
एंटोन जनसा के जन्मदिवस को सबको याद दिलाया,
नई-नई तकनीकों का ज्ञान कराया जाता,
इसलिए दोस्तो ये दिवस है, मनाया जाता।
परगनों के महत्व और संरक्षण को जानो,
इनका जीवन खतरे में है, इस तथ्य को पहचानो,
तितली, चमगादड़ और हमिंग बर्ड को पढ़ना,
मानवीय गतिविधियों से जीवन का खतरा बढ़ना।
संयुक्त राष्ट्र के सम्मुख दिवस का प्रस्ताव आया,
7 जुलाई 2017 को, इसने अनुमोदन पाया,
कीट वर्ग का प्राणी है, हमने मधु इससे पाया,
7 जातियाँ वंश एपिस में, 44 उपजातियाँ।।
संघ में एक रानी, कई सौ श्रमिक और नर रहते,
रहने को ये घोंसला मोम से हैं बनाते,
नृत्य द्वारा परिवार के सदस्य हैं पहचानते,
मधुमक्खी पालन और शहद, मोम की जानकारी देते।।
इस दिवस पर बागवानी की भी शिक्षा मिलती,
न हो ये तो सेब, आम, चेरी और कॉफी नहीं मिलती,
पेस्टीसाइड, फंगिसाइड से निकांदन इनका आता,
फिर भी क्यों इनका जीवन खतरे में डाला जाता।।
प्रण ले हम सब मिलकर, जीवन इसका बचाएँगे,
विश्व मधुमक्खी दिवस की पूर्णता को लाएँगे।।

रचयिता
नम्रता श्रीवास्तव,
प्रधानाध्यापिका,
प्राथमिक विद्यालय बड़ेह स्योढ़ा,
विकास खण्ड-महुआ,
जिला-बाँदा।

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