काव्यांजलि

*#काव्यांजलि*
टीम # *मिशन शिक्षण संवाद* की ओर से कविताओं का नया संग्रह,

🔵🔴 *#काव्यांजलि_2181*🔴🔵
दिनांक- मंगलवार 16 अप्रैल 2024~~~~~

विषय- हिन्दी, कक्षा- 02
पाठ- 10, भाग- 01

*चाँद*

गर्मियों की एक रात में,
साबिर बैठा था छत पर।
अम्मी-अब्बू भी थे साथ,
सना दीदी आ गई छत पर।। 

आसमान में चाँद खूब,
रोशनी बिखेर रहा था।
साबिर को थाली के जैसा,
गोल चाँद लग रहा था।।

तभी साबिर सना दीदी से,
एक प्रश्न पूछता है।
दीदी चाँद की धरती पर, कौन-कौन रहता है।।

सना दीदी ने प्यार से,
साबिर को समझाया।
हवा, पानी नहीं है चाँद पर, 
वहाँ कोई राह न पाया।।

*रचना:-*
मृदुला वर्मा (स०अ०)
प्राथमिक विद्यालय अमरौधा प्रथम
अमरौधा, कानपुर देहात 

✏️ *संकलन*
📝 *काव्यांजलि टीम,*
*मिशन शिक्षण संवाद*

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