काव्यांजलि
*#काव्यांजलि*
टीम # *मिशन शिक्षण संवाद* की ओर से कविताओं का नया संग्रह,
🔵🔴 *#काव्यांजलि_2194--* 🔴🔵
दिनांक- बुधवार, 01 मई 2024~~~~~
कक्षा-6, विषय- हिन्दी
पाठ-12, भाग-04
*साप्ताहिक धमाका*
आज अंक की मुख्य थी खबरें,
सम्पादक बच्चों की खोज।
डर गये लोग थे कुछ बच्चों से,
जिनकी खबरें छपती रोज।।
जिनके घर बजता लाउडस्पीकर,
मन्दिर में होती तेज आरती।
पढ़ने वाले बच्चे कहते,
उनको बड़ी असुविधा होती।।
चार बजे ही सुबह बैठे,
लाला धनीराम जी उठकर।
लेकिन सिर खुजलाया अपना,
दरवाजे पर अखबार पाकर।।
नकली दवाएंँ बेच कमाते,
कुछ डॉक्टर बड़े मशहूर।
मुहल्ले की तमाम बुराइयाँ,
कर दी थीं बच्चों ने दूर।।
🙏🏼 *रचना-*
शिखा वर्मा (इं०प्र०अ०)
उ० प्रा० वि० स्योढ़ा
क्षेत्र- बिसवाँ, जनपद-
सीतापुर
✏️ *संकलन*
📝 *काव्यांजलि टीम,*
*मिशन शिक्षण संवाद*
# *काव्याँजलि*#
टीम *मिशन शिक्षण संवाद* की ओर से कविताओं का नया संग्रह
🔵🟣 *काव्याॅंजलि 1086* 🟣🔵
दिनाँक- 01/05/2024, दिन- बुधवार
कक्षा –3
विषय- हिन्दी
*पाठ–सबसे अच्छा पेड़ (भाग 3)*
नारियल का पानी पीकर वो,
पेड़ों के बारे में लगा सोचने।
आम, केला, रबड़, नीम, नारियल,
पेड़ सभी होते बड़े काम के।।
आम दे फल, लकड़ी, छाया,
केले के पत्ते, फल होते अच्छे।
नीम की टहनी और पत्तियाँ,
दातुन और दवा के काम आते।।
मिलता मुझे जो रबड़ का पेड़,
दूध निकाल मैं रबड़ बनाता।
टायर, गुब्बारे उससे बनते,
बाजार में फिर उन्हें बेचता।।
नारियल का पेड़ बड़ा काम का,
इसके नीचे ही घर बनाऊंँगा।
अच्छे पेड़ों की है भरमार,
एक ढूंँढो तो मिलेंगे हजार।।
🙏रचना
रेखा पुरोहित (स०अ०)
रा० प्रा० वि० सौंराखाल
वि० ख०- जखोली, रुद्रप्रयाग
उत्तराखण्ड
Comments
Post a Comment