काव्यांजलि
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*#काव्यांजलि*
टीम # *मिशन शिक्षण संवाद* की ओर से कविताओं का नया संग्रह,
🔵🔴 *#काव्यांजलि_2191*🔴🔵
दिनांक- शनिवार 27 अप्रैल 2024~~~~~
विषय- हिन्दी, कक्षा- 02
पाठ- 10, भाग- 02
*चाँद*
साबिर ने अपनी अम्मी से,
चाँद के बारे में पूछा।
मम्मी ने बताया चाँद पर
कहीं गढ्ढा तो कहीं है ऊँचा।।
हमारी धरती के कुछ लोग,
रॉकेट से चाँद पर जाते हैं।
परीक्षण के लिए वहाँ से,
नमूने धरती पर लाते हैं।।
अब्बू ने बताया चाँद को,
सूरज से प्रकाश मिलता है।
इसीलिए हमारा चाँद,
निरन्तर चमकता है।।
सूरज एक तारा है और,
वह स्वयं चमकता रहता है।
अब्बू की बातें सुनकर,
साबिर बहुत खुश होता है।।
*रचना:-*
मृदुला वर्मा (स०अ०)
प्राथमिक विद्यालय अमरौधा प्रथम
अमरौधा, कानपुर देहात
✏️ *संकलन*
📝 *काव्यांजलि टीम,*
*मिशन शिक्षण संवाद*
*काव्याँजलि*#
टीम *मिशन शिक्षण संवाद* की ओर से कविताओं का नया संग्रह
🔵🟣 *काव्याॅंजलि 1085* 🟣🔵
दिनाँक- 27/04/2024, दिन- शनिवार
कक्षा- चतुर्थ
विषय- संस्कृत
पाठ- मम परिवेशः
पितृव्य कहलाते चाचाजी,
पितृव्या प्यारी चाचीजी।
पितामह और पितामही,
हैं पूज्य दादा-दादी जी।।
अंगूर-द्राक्षा, अनार-दाड़िम्,
नींबू-जंबीरम्, अमरूद-पेरूकम्।
अग्रजा-दीदी, अनुज:-भैय्या,
मिलजुल रहना सिखाती मैया।।
दाल-सूपं, सब्जी-शाकम्,
मध्याह्न भोजनं करते हम।
सुधाखण्ड चॉक को कहते,
मार्जकः डस्टर से मिटाते हम।।
आसंदः-कुर्सी, उत्पीठिका-मेज,
शैय्या को कहते हैं सेज।
स्यूतः बस्ता, बच्चों का मित्र,
जिस पर सजे रहते चित्र।।
🙏 रचना-:
डॉ० आभा सिंह भैसोड़ा (स०अ०)
रा० प्रा० वि० देवलचौड़
वि० ख०- हल्द्वानी, नैनीताल
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