स्कूल चलो, स्कूल चलो

हे! नन्हें- मुन्ने मतवालों

स्कूल चलो, स्कूल चलो।

इन आँखों में सपने पालो

स्कूल चलो, स्कूल चलो।।


अपने नन्हें हाथों से अब 

कुछ रंग उकेरो कागज पर 

और उल्टी सीधी रेखाएँ

इस कॉपी पर अब लिख डालो 

और खुशी-खुशी ये दोहराओ

स्कूल चलो, स्कूल चलो

अ आ इ ई को सीखो तुम 

a b c d को पहचानो

स्कूल को घर समझो अपना 

और नए मित्र बना डालो 


है नन्हें-मुन्ने मतवालों

स्कूल चलो, स्कूल चलो।

छह वर्ष की आयु पूर्ण हुई

स्कूल बुलाता है तुमको

अब ये कर्तव्य तुम्हारा है

नव जीवन का आधार धरो।

स्कूल चलो, स्कूल चलो।।


रचयिता

पूजा,

सहायक अध्यापक,

प्राथमिक विद्यालय तेहरा,

विकास खण्ड-सैयां,

जनपद-आगरा।



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