काव्यांजलि
*#काव्यांजलि*
टीम # *मिशन शिक्षण संवाद* की ओर से कविताओं का नया संग्रह,
🔵🔴 *#काव्यांजलि_2186*🔴🔵
दिनांक- बुधवार 22 अप्रैल 2024~~~~~
कक्षा- 2, विषय- हिन्दी
पाठ- 5
*टपका का डर*
बात सुनाएँ एक काली रात की,
झड़ी लगी हुई थी बरसात की।
दादी की थी झोपड़ी पुरानी,
टपक रहा था उसमें पानी।।
बारिश और ओलों के डर से,
एक बाघ वहांँ आ दुबका।
परेशान हो बोलीं दादी,
पानी जोर-जोर जब टपका।।
बाघ से डर नहीं लगता मुझको,
जितना डराता है यह टपका।
सुनकर यह बात दादी की,
डरके, बाघ जंगल को लपका।।
जिस से डरती है यह दादी,
बड़ा भयानक होता है।
मुझसे भी कोई बड़ा जानवर,
टपका शायद होता है।।
🙏 *रचना-*
श्रीमती पूनम गुप्ता (स०अ०)
प्रा० वि० धनीपुर, धनीपुर
जनपद अलीगढ़
✏️ *संकलन*
📝 *काव्यांजलि टीम,*
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