शिक्षा का प्रकाश

तम दूर हटो मेरे पथ से,
हम दिये जलाने आये हैं।
शिक्षा का फैले प्रकाश यहाँ,
यह बात बताने आये हैं।

अशिक्षा के तम को हटा देंगे,
बाधाओं से लड़ जाएँगे।
इस देश के कोने-कोने में,
शिक्षा की अलख जगा देंगे।

दानवता पे भारी मानवता,
यह पाठ सभी को पढ़ा देंगे।
सदाचार की शिक्षा के रंग को,
जन-जन पर यहाँ चढ़ा देंगे।

घनघोर घिरे दामिनि दमके,
चहुँओर प्रकाश हो शिक्षा का।
रह जाएँ नहीं अनपढ़ बच्चे,
फैले महत्व इस शिक्षा का।

अधिकार है हर एक बच्चे को,
समुचित शिक्षा पाने का।
शिक्षा ही बनी औषधि यहाँ,
अशिक्षा का रोग मिटाने का।

अशोक कहे ये प्रयास रहे,
अनपढ़ बच्चा न कोई रहे।
बंधुआ मजदूरी बेगारी को,
इस देश के बच्चे नहीं करें।

रचयिता
अशोक कुमार,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय रामपुर कल्याणगढ़
विकास खण्ड-मानिकपुर,
जनपद-चित्रकूट।

Comments

Total Pageviews