बकरीद
बकरीद का त्योहार मनाएँ,
मिलजुल कर हम जश्न मनाएँ।
त्याग समर्पण हम दिखलाएँ,
दुर्गुण सारे जड़ से मिटाएँ।
रहमत खुदा की हम जो पाएँ,
ढेरों खुशियाँ घर में आएँ।
यारों संग आज हम झूमें गाएँ,
ईर्ष्या द्वेष को दिल से मिटाएँ।
ऊँच नीच का भेद मिटाएँ,
सबको प्रेम से गले लगाएँ।
नेमत खुदा की हम पा जाएँ,
माफ करे खुदा सारी खताएँ।
जीवों को हम ना तड़पाएँ,
उन पर थोड़ी दया बरसाएँ।
मानवता का फर्ज निभाएँ,
जीवन अपना सहज बनाएँ।
रहें दूर हमसे सारी बलाएँ,
डर चिन्ता सब दूर भगाएँ।
सब हँसे और सब मुस्काएँ,
सारे जग को स्वर्ग बनाएँ।
रचनाकार
सपना,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय उजीतीपुर,
विकास खण्ड-भाग्यनगर,
जनपद-औरैया।
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