कारगिल के शहीदों को मेरा नमन

कारगिल के शहीदों को मेरा नमन।

हो गये जो कुर्बान उनको नमन।

जंग लड़ते रहे वो वतन के लिए।

जान कुर्बान कर दी वतन के लिए।

कारगिल के शहीदों को------------


है शहादत बड़ी ये वतन के लिए।

मिट गये वीर साथी वतन के लिए।

न डरे वो निडर देश के वीर थे।

जंग लड़ते रहे जिस्म को वार कर।

कारगिल के शहीदों को-------------


आँधियाँ भी उनको डिगा न सकी।

वो चढ़ते गये शिखर पर कर हौसला।

जान देकर विजय ध्वज फहराया है तब।

था लहू से नहाया कारगिल का  वो हिल।

कारगिल के शहीदों को----------------


है सदा प्रीत दिल में वतन के लिये।

सौ जनम हम मिटेंगे वतन के लिये।

जन्म लेते रहेंगे हम वतन के लिये।

रूह अमर ये रहेगी वतन के लिये।

कारगिल के शहीदों को-------------


रचनाकार

दीपमाला शाक्य दीप,
शिक्षामित्र,
प्राथमिक विद्यालय कल्यानपुर,
विकास खण्ड-छिबरामऊ,
जनपद-कन्नौज।



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