४५१~ भावना सक्सेना [प्र.अ] प्राथमिक विद्यालय रजऊ ब्लॉक - फरीदपुर, जनपद - बरेली, राज्य - उत्तर प्रदेश
🏅अनमोल रत्न🏅
💁🏻♂️ मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद- बरेली से अनमोल रत्न शिक्षिका बहन भावना सक्सेना जी से करा रहे हैं, जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशलता से अपने विद्यालय को शिक्षण गतिविधियों एवं सामाजिक विश्वास का केन्द्र बना दिया है जो हम सभी के लिए प्रेरक एवं अनुकरणीय है।
💁🏻♂️ आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2648722368738677&id=1598220847122173
👉1..शिक्षक का परिचय:-
श्रीमती भावना सक्सेना【प्र.अ】
प्राथमिक विद्यालय रजऊ
ब्लॉक - फरीदपुर, जनपद - बरेली
राज्य - उत्तर प्रदेश
प्रथम नियुक्ति : 07 दिसम्बर 1999
वर्तमान विद्यालय में नियुक्त : 16 अप्रैल 2018
👉2- विद्यालय की समस्याए :-
जब अंग्रेजी माध्यम विद्यालय के प्रधान अध्यापक के रूप में मेरी नियुक्ति हुई तो मैं बहुत खुश थी कि न्याय पंचायत का स्कूल होने के कारण स्कूल अच्छा भी सुना था और मुझे अपने कार्यों तथा मेहनत का परिणाम भी देखने को मिलेगा, किंतु स्थिति बिल्कुल विपरीत थी चाहे वह भौतिक स्थिति हो, शैक्षिक स्तर या उपस्थिति, ठहराव हो अथवा सामूदायिक सहयोग। यहाँ आकर ऐसा लगा कि फिर से एक नई शुरूआत् करनी है। जहाँ अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाने की चुनौती थी वहीं अपनी आशाओं के अनुरूप एक नए विद्यालय को सुसज्जित बनाना था। इसके लिए मुझे तन, मन, धन से लगना पड़ा, किंतु इसके लिए मैं आभारी हूँ अपने स्टाफ की जिन्होंने मेरी आशा अनुरूप काम किया और मेरे द्वारा किये गए किसी भी कार्य का विरोध न कर के मेरा पूरा सहयोग किया।
👉3- विद्यालय की समस्याओं का समाधान:-
यह एक बहुत चुनौतीपूर्ण कार्य था पर मन में विश्वास था और स्वयं पर भरोसा। सर्वप्रथम विद्यालय के कक्षों को सभी के सहयोग से साफ किया व सारे पुराने कबाड़ को एक कक्ष में भर दिया। एक बंद कक्ष को साफ करवाकर पुस्तकालय का रूप दिया, छात्रो को पुस्तकों से प्रेम करने तथा स्वयं पुस्तकें पढ़ने के लिए प्रेरित किया। विद्यालय की साफ सफाई, शैक्षिक गतिविधियाँ खेल कूद, मिड डे मील की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया ताकि छात्रों को साफ सुरक्षित वातावरण मिले तथा शिक्षा का अनुकूल माहौल मिले। मैदान को समतल करवाया गया। प्रधान जी के सहयोग से मिट्टी डलवायी गयी, क्यारियाँ बना कर फूलों के पौधे रोपे गए। गाँव के गणमान्य व्यक्तियों से मिलकर विद्यालय में चारदीवारी की माँग की, ग्राम सचिव, ग्राम प्रधान के सहयोग से विद्यालय की चार दीवारी बनवाई, सफाई, सुरक्षा तथा नामांकन आदि मुद्दों पर सहयोग मांगा और उन्हें गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा का भरोसा दिलाया। शिक्षा की स्थिति सुधारने के लिए बच्चों को परिवेशीय ज्ञान से जोड़ने का प्रयास किया। गतिविधियों tlm, कविता, नाटक, खेल, ऑडियो विजुअल सामग्री, आदि को शिक्षण का माध्यम बनाया। गणित के शिक्षण को प्रभावी बनाने के लिए एक गणित का बगीचा बनाया गया। जिसकी सहायता दे गणितीय आकार, गिनती, जोड़ घटाना सिखाना आसान हो गया। कक्षा- कक्ष को आकर्षक टी.एल.एम. की सहायता से दीवारों को सजाया गया।छात्रों को मेरी ओर से निशुल्क टाई, बेल्ट, आई कार्ड वितरित किये गए।छात्रों को प्रेरित करने के लिये साप्ताहिक टेस्ट, स्टार ऑफ द वीक आदि पुरस्कार वितरित किए थोड़ा खर्च आता था परंतु परिणाम भी आशा दिलाने वाले मिले। बच्चों को स्कूल अच्छा लगने लगे तो बाकि चीजे आसान लगने लगती हैं। मेरी जॉइनिंग के समय जहाँ छात्र संख्या 256 थी वही आज 403 है। अंग्रेजी माध्यम से शिक्षण चुनौती पूर्ण कार्य था, किंतु स्टाफ के सहयोग, गाँव का सहयोग और मेरे छात्रों का सीखने का प्रति रूझान ने मेरे लिए हर राह आसान कर दी। सफलता का एहसास तब हुआ जब लोग प्राइवेट स्कूल से नाम कटवाकर सरकारी स्कूल मे नाम लिखवाने का लिए प्रयासरत होने लगे।
फरवरी - मार्च 2020 मे पंचायत स्तर से दो कक्षों, एक बरामदे तथा एक कार्यालय में टाइल्स लगी व मैदान में इंटरलाकिंग हुई। लोगों का द्रष्टिकोण बदल रहा है। पर अभी मंजिल के लिए प्रयास जारी है।
👉4 - विद्यालय की प्रेरक शिक्षण, सांस्कृतिक, सामाजिक एवं खेलकूद गतिविधियाँ:-
2019 - 2020 में पाँच बच्चों ने ब्लॉक स्तर पर खेल कूद प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया तथा प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त किया। मेरे द्वारा अपने खर्चे पर छात्रों को बरेली में एक प्राइवेट संस्था में लाकर प्राइवेट व नामी विद्यालयों के छात्रों के साथ कला प्रतियोगिता में प्रतिभाग कराया गया जहाँ दो बच्चों के द्वारा प्रथम तथा दो बच्चों द्वारा द्वितीय स्थान प्राप्त किया जिससे उनके मनोबल में बहुत वृद्धि हुई। सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चों ने प्रशंसा पाई।
👉5- विद्यालय और बच्चों की उपलब्धि:-
A- नामांकन विवरण: वर्तमान में - 407
B- उपस्थिति: 70 - 90 प्रतिशत
C- पुरस्कार विवरण: मेरे द्वारा छात्रों तथा श्रेष्ठ तथा 100/ उपास्थिति वाले छात्रों की माताओं को।
D- प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता का विवरण:
E- अन्य उपलब्धियाँ: अमर उजाला को द्वारा आयोजित "अपराजिता प्रतियोगिता" में कक्षा-5 की छात्रा द्वारा कला प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करना।
👉6 - शिक्षक और विद्यालय की उपलब्धियां:-
A- नवाचार: कविता व रोचक गतिविधि तथा न्यूनतम लागत से tlm बना कर सिखाने का प्रयास, कला, रोल प्ले, गतिविधि का शिक्षण कार्यों में प्रयोग।
B- सम्मान:
C- पुरस्कार: मेरे छात्रों के द्वारा मुझ पर किया गया विश्वास।
D- अन्य उपलब्धियाँ: बतौर मास्टर ट्रेनर लगतार सात सालों तक प्रशिक्षण प्रदान करना तथा प्रदेश स्तरीय मास्टर ट्रेनर के रूप में अपनी पहचान बनाना।
👉7 - मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश:- चार वर्ष पूर्व सर्वप्रथम मुझे मिशन शिक्षण संवाद मैनपुरी से जुड़ने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। मिशन शिक्षण संवाद बरेली से जोड़ने के लिए मैं दीप्ति मैडम तथा श्री रूपेन्द्र सर की आभारी हूँ। मिशन से मुझे एक नयी पहचान मिली, प्रदेश के अध्यापकों से एक ही मंच पर नित नयी-नयी चीजें सीखने को मिली, जिससे मुझे भी और जोश से कार्य करने की प्रेरणा मिली। सच कहूँ तो मुझे पहचान और मेरे कार्य की सराहना इसी मंच पर मिली। मिशन शिक्षण संवाद को मेरा यही संदेश है कि बेसिक शिक्षा को सम्मान जनक स्थिति में पहुंचाने के लिए हम सभी को अपना शत- प्रतिशत देना होगा और इसी तरह निस्वारथ रूप से मिशन शिक्षण संवाद की सेवा करनी होगी। मिशन के द्वारा नया द्रष्टिकोण देने के लिए मिशन शिक्षण संवाद को समर्पित सभी शिक्षक साथियों का हृदय से आभार।
👉8 - शिक्षक समाज के लिए संदेश:- हम सभी के ऊपर देश के भविष्य की मजबूत, संस्कारित, सुसंगठित नीव की जिम्मेदारी सौंपी गई है इसके साथ समाज के प्रति अपनी सोच को अपने द्वारा किये गए सकारात्मक कार्यों से बदलने की जिम्मेदारी हमारे कंधों पर है जिसे हम बदल कर ही रहेंगे। हमें अपना सर्वस्व लगाकर उसे सिद्ध कर दिखाना है।
👉9- संकलन एवं सहयोग:-
रूपेंद्र सिंह
मिशन शिक्षण संवाद बरेली
17-05-2020
_🙏🏻साभार:_
📝मिशन शिक्षण संवाद में सहयोग और सुझाव के लिए वाट्सअप नम्बर-
9458278429 पर लिखें।
💁🏻♂️ मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद- बरेली से अनमोल रत्न शिक्षिका बहन भावना सक्सेना जी से करा रहे हैं, जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशलता से अपने विद्यालय को शिक्षण गतिविधियों एवं सामाजिक विश्वास का केन्द्र बना दिया है जो हम सभी के लिए प्रेरक एवं अनुकरणीय है।
💁🏻♂️ आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:
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👉1..शिक्षक का परिचय:-
श्रीमती भावना सक्सेना【प्र.अ】
प्राथमिक विद्यालय रजऊ
ब्लॉक - फरीदपुर, जनपद - बरेली
राज्य - उत्तर प्रदेश
प्रथम नियुक्ति : 07 दिसम्बर 1999
वर्तमान विद्यालय में नियुक्त : 16 अप्रैल 2018
👉2- विद्यालय की समस्याए :-
जब अंग्रेजी माध्यम विद्यालय के प्रधान अध्यापक के रूप में मेरी नियुक्ति हुई तो मैं बहुत खुश थी कि न्याय पंचायत का स्कूल होने के कारण स्कूल अच्छा भी सुना था और मुझे अपने कार्यों तथा मेहनत का परिणाम भी देखने को मिलेगा, किंतु स्थिति बिल्कुल विपरीत थी चाहे वह भौतिक स्थिति हो, शैक्षिक स्तर या उपस्थिति, ठहराव हो अथवा सामूदायिक सहयोग। यहाँ आकर ऐसा लगा कि फिर से एक नई शुरूआत् करनी है। जहाँ अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाने की चुनौती थी वहीं अपनी आशाओं के अनुरूप एक नए विद्यालय को सुसज्जित बनाना था। इसके लिए मुझे तन, मन, धन से लगना पड़ा, किंतु इसके लिए मैं आभारी हूँ अपने स्टाफ की जिन्होंने मेरी आशा अनुरूप काम किया और मेरे द्वारा किये गए किसी भी कार्य का विरोध न कर के मेरा पूरा सहयोग किया।
👉3- विद्यालय की समस्याओं का समाधान:-
यह एक बहुत चुनौतीपूर्ण कार्य था पर मन में विश्वास था और स्वयं पर भरोसा। सर्वप्रथम विद्यालय के कक्षों को सभी के सहयोग से साफ किया व सारे पुराने कबाड़ को एक कक्ष में भर दिया। एक बंद कक्ष को साफ करवाकर पुस्तकालय का रूप दिया, छात्रो को पुस्तकों से प्रेम करने तथा स्वयं पुस्तकें पढ़ने के लिए प्रेरित किया। विद्यालय की साफ सफाई, शैक्षिक गतिविधियाँ खेल कूद, मिड डे मील की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया ताकि छात्रों को साफ सुरक्षित वातावरण मिले तथा शिक्षा का अनुकूल माहौल मिले। मैदान को समतल करवाया गया। प्रधान जी के सहयोग से मिट्टी डलवायी गयी, क्यारियाँ बना कर फूलों के पौधे रोपे गए। गाँव के गणमान्य व्यक्तियों से मिलकर विद्यालय में चारदीवारी की माँग की, ग्राम सचिव, ग्राम प्रधान के सहयोग से विद्यालय की चार दीवारी बनवाई, सफाई, सुरक्षा तथा नामांकन आदि मुद्दों पर सहयोग मांगा और उन्हें गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा का भरोसा दिलाया। शिक्षा की स्थिति सुधारने के लिए बच्चों को परिवेशीय ज्ञान से जोड़ने का प्रयास किया। गतिविधियों tlm, कविता, नाटक, खेल, ऑडियो विजुअल सामग्री, आदि को शिक्षण का माध्यम बनाया। गणित के शिक्षण को प्रभावी बनाने के लिए एक गणित का बगीचा बनाया गया। जिसकी सहायता दे गणितीय आकार, गिनती, जोड़ घटाना सिखाना आसान हो गया। कक्षा- कक्ष को आकर्षक टी.एल.एम. की सहायता से दीवारों को सजाया गया।छात्रों को मेरी ओर से निशुल्क टाई, बेल्ट, आई कार्ड वितरित किये गए।छात्रों को प्रेरित करने के लिये साप्ताहिक टेस्ट, स्टार ऑफ द वीक आदि पुरस्कार वितरित किए थोड़ा खर्च आता था परंतु परिणाम भी आशा दिलाने वाले मिले। बच्चों को स्कूल अच्छा लगने लगे तो बाकि चीजे आसान लगने लगती हैं। मेरी जॉइनिंग के समय जहाँ छात्र संख्या 256 थी वही आज 403 है। अंग्रेजी माध्यम से शिक्षण चुनौती पूर्ण कार्य था, किंतु स्टाफ के सहयोग, गाँव का सहयोग और मेरे छात्रों का सीखने का प्रति रूझान ने मेरे लिए हर राह आसान कर दी। सफलता का एहसास तब हुआ जब लोग प्राइवेट स्कूल से नाम कटवाकर सरकारी स्कूल मे नाम लिखवाने का लिए प्रयासरत होने लगे।
फरवरी - मार्च 2020 मे पंचायत स्तर से दो कक्षों, एक बरामदे तथा एक कार्यालय में टाइल्स लगी व मैदान में इंटरलाकिंग हुई। लोगों का द्रष्टिकोण बदल रहा है। पर अभी मंजिल के लिए प्रयास जारी है।
👉4 - विद्यालय की प्रेरक शिक्षण, सांस्कृतिक, सामाजिक एवं खेलकूद गतिविधियाँ:-
2019 - 2020 में पाँच बच्चों ने ब्लॉक स्तर पर खेल कूद प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया तथा प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त किया। मेरे द्वारा अपने खर्चे पर छात्रों को बरेली में एक प्राइवेट संस्था में लाकर प्राइवेट व नामी विद्यालयों के छात्रों के साथ कला प्रतियोगिता में प्रतिभाग कराया गया जहाँ दो बच्चों के द्वारा प्रथम तथा दो बच्चों द्वारा द्वितीय स्थान प्राप्त किया जिससे उनके मनोबल में बहुत वृद्धि हुई। सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चों ने प्रशंसा पाई।
👉5- विद्यालय और बच्चों की उपलब्धि:-
A- नामांकन विवरण: वर्तमान में - 407
B- उपस्थिति: 70 - 90 प्रतिशत
C- पुरस्कार विवरण: मेरे द्वारा छात्रों तथा श्रेष्ठ तथा 100/ उपास्थिति वाले छात्रों की माताओं को।
D- प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता का विवरण:
E- अन्य उपलब्धियाँ: अमर उजाला को द्वारा आयोजित "अपराजिता प्रतियोगिता" में कक्षा-5 की छात्रा द्वारा कला प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करना।
👉6 - शिक्षक और विद्यालय की उपलब्धियां:-
A- नवाचार: कविता व रोचक गतिविधि तथा न्यूनतम लागत से tlm बना कर सिखाने का प्रयास, कला, रोल प्ले, गतिविधि का शिक्षण कार्यों में प्रयोग।
B- सम्मान:
C- पुरस्कार: मेरे छात्रों के द्वारा मुझ पर किया गया विश्वास।
D- अन्य उपलब्धियाँ: बतौर मास्टर ट्रेनर लगतार सात सालों तक प्रशिक्षण प्रदान करना तथा प्रदेश स्तरीय मास्टर ट्रेनर के रूप में अपनी पहचान बनाना।
👉7 - मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश:- चार वर्ष पूर्व सर्वप्रथम मुझे मिशन शिक्षण संवाद मैनपुरी से जुड़ने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। मिशन शिक्षण संवाद बरेली से जोड़ने के लिए मैं दीप्ति मैडम तथा श्री रूपेन्द्र सर की आभारी हूँ। मिशन से मुझे एक नयी पहचान मिली, प्रदेश के अध्यापकों से एक ही मंच पर नित नयी-नयी चीजें सीखने को मिली, जिससे मुझे भी और जोश से कार्य करने की प्रेरणा मिली। सच कहूँ तो मुझे पहचान और मेरे कार्य की सराहना इसी मंच पर मिली। मिशन शिक्षण संवाद को मेरा यही संदेश है कि बेसिक शिक्षा को सम्मान जनक स्थिति में पहुंचाने के लिए हम सभी को अपना शत- प्रतिशत देना होगा और इसी तरह निस्वारथ रूप से मिशन शिक्षण संवाद की सेवा करनी होगी। मिशन के द्वारा नया द्रष्टिकोण देने के लिए मिशन शिक्षण संवाद को समर्पित सभी शिक्षक साथियों का हृदय से आभार।
👉8 - शिक्षक समाज के लिए संदेश:- हम सभी के ऊपर देश के भविष्य की मजबूत, संस्कारित, सुसंगठित नीव की जिम्मेदारी सौंपी गई है इसके साथ समाज के प्रति अपनी सोच को अपने द्वारा किये गए सकारात्मक कार्यों से बदलने की जिम्मेदारी हमारे कंधों पर है जिसे हम बदल कर ही रहेंगे। हमें अपना सर्वस्व लगाकर उसे सिद्ध कर दिखाना है।
👉9- संकलन एवं सहयोग:-
रूपेंद्र सिंह
मिशन शिक्षण संवाद बरेली
17-05-2020
_🙏🏻साभार:_
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