४५५~ बलवीर सिंह चौधरी राजकीय माध्यमिक विद्यालय मंगरासी, ब्लॉक - दांतारामगढ़ जनपद - सीकर, राज्य - राजस्थान
🏅अनमोल रत्न🏅
मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से वीरभूमि राजस्थान से अनमोल रत्न शिक्षक भाई बलवीर सिंह चौधरी जी से करा रहें हैं जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशलता से अपने विद्यालय को न सिर्फ सुन्दर और बच्चों के लिए आकर्षक बनाया बल्कि पर्यावरण के प्रति सजग मिशन शिक्षण संवाद परिवार की भाँति "शिक्षा के साथ श्वासों की व्यवस्था" का पालन करते हुए विद्यालय को पेड़ पौधों से हरा भरा बना दिया। विद्यालय परिवार के इन प्रेरक कार्यों के विश्वास को मजबूत करते हुए, सामाजिक सहभागिता का भी विद्यालय में अनुकरणीय उदाहरण देखने को मिलता है। जो हम जैसे हजारों शिक्षक साथियों के लिए प्रेरक एवं अनुकरणीय प्रयास हैं।
आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:-
https://www.facebook.com/1598220847122173/posts/2657857507825163/
👉1..शिक्षक का परिचय:-
बलवीर सिंह चौधरी
राजकीय माध्यमिक विद्यालय मंगरासी, ब्लॉक - दांतारामगढ़ जनपद - सीकर, राज्य - राजस्थान
प्रथम नियुक्ति:10-03-2008
वर्तमान विद्यालय में नियुक्त: 16 - 06 - 2018
👉2 - विद्यालय को उत्कृष्ट बनाने के प्रयास:
🥀A- स्वयं के प्रयास: जून 2018 में इस विद्यालय में नियुक्त होने के बाद अपनी नई कर्मभूमि के लिए कुछ अच्छा करने का विचार किया और अपने इस विचार को मूर्त रूप देने के लिए सबसे पहले अपने घर के बगीचे से छोटे - छोटे पेड़ पौधे लाकर विद्यालय में लगाने की शुरुआत की। छात्र - छात्राओं को विद्यालय में व घरों में पेड़ पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया। हरित राजस्थान कार्यक्रम के तहत विद्यालय में पेड़ पौधे लगाए गए। राज्य सरकार ने निर्देश दिए कि नव प्रवेश छात्रों की संख्या के बराबर पेड़ लगाए जाएं लेकिन हमने अपने विद्यालय में न केवल नव प्रवेशी छात्रों अपितु सभी छात्रों व शिक्षकों ने 1-1 पेड़ विद्यालय में लगाया। विद्यालय में जहाँ पहले 3 - 4 पेड़ थे। आज लगभग 150 पेड़ पौधे अपनी हरीतिमा व खिलखिलाते फूलों से विद्यालय के वातावरण को सुंदर व सुगंधित बना रहे हैं। विद्यालय को सुंदर बनाने के लिए विद्यालय के बरामदे तथा खंभों एवं दीवारों पर ऑयल पेंट किया गया और विशेष बात यह है कि पेंट का कार्य किसी पेंटर या मजदूर से नहीं करवा कर शिक्षक बलवीर सिंह चौधरी ने स्वयं तथा छात्रों के सहयोग से किया है। यह कार्य विद्यालय में समाजोपयोगी शिविर लगाकर पूर्ण किया गया। विद्यालय को निजी स्कूल की तर्ज पर आकर्षक व सुंदर बनाने के लिए शिक्षक बलवीर सिंह चौधरी ने अपने खर्चे पर विद्यालय की खिड़कियों पर रंगीन व चमकीले शीशे लगवाए हैं।
🥀B - अन्य शिक्षकों के सहयोग से: विद्यालय के शिक्षकों के सहयोग से गमलों की व्यवस्था की गई और गमलों में विभिन्न प्रकार के फूलों के पौधे लगाए गए। विद्यालय के सभी शिक्षकों के साथ शिक्षक श्री श्रवण सिंह शेखावत का विशेष सहयोग रहा।
🥀C- जनप्रतिनिधि के सहयोग से: जनप्रतिनिधियों के सहयोग से विद्यालय के खेल मैदान को विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है।
🥀D- जन सहभागिता से: जन सहयोग से पेड़ पौधों की सुरक्षा के लिए लोहे की जाली लगवाई गई। भामाशाहों ने विद्यालय के ऑफिस फर्नीचर, म्यूजिक सिस्टम, लैपटॉप व अन्य सुविधाओं के लिए सराहनीय योगदान दिया है।
👉3- किए गये प्रयासों का परिणाम:
🥀A- प्रयास से पहले और प्रयास के बाद नामांकन- छात्रों एवं अभिभावकों का विद्यालय के प्रति विश्वास एवं लगाव बढ़ा है और इससे निश्चित रूप से विद्यालय में नामांकन बढ़ाने में सफलता मिलेगी।
🥀B- वर्तमान उपस्थिति का प्रतिशत: छात्रों की उपस्थिति के प्रतिशत में काफी सुधार हुआ है छोटी कक्षाओं के बच्चों की उपस्थिति में विशेष सुधार हुआ है।
👉4 - विद्यालय की प्रेरक शिक्षण, सांस्कृतिक, सामाजिक एवं खेलकूद गतिविधियाँ:- विद्यालय में विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियां एवं प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित किया जाता है।
👉5- मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश: मिशन शिक्षण संवाद विद्वान शिक्षकों के नवाचारों से जुड़ने का एक सशक्त मंच है। इस मंच के माध्यम से शिक्षक अपने नवाचारों को अन्य शिक्षकों के साथ साझा कर सकते हैं। मिशन शिक्षण संवाद छात्रों के लिए उपयोगी शिक्षण सामग्री उपलब्ध करवाने के साथ-साथ शिक्षकों की गरिमा, सम्मान एवं श्रेष्ठता को प्रतिष्ठित करने का कार्य कर रहा है। अपने इस पुनीत कार्य के लिए मिशन शिक्षण संवाद साधुवाद एवं प्रशंसा का पात्र हैं। मिशन शिक्षण संवाद के संचालन कर्ताओं विमल कुमार जी व उनकी टीम का कोटि-कोटि आभार🙏🙏
👉6 - शिक्षक समाज के लिए संदेश:- शिक्षक अपने समर्पण भाव से छात्र हित व समाज हित के लिए निरंतर पूर्ण मनोयोग से कार्य कर एक सशक्त राष्ट्र निर्माता की भूमिका निभा सकते हैं। छात्रों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ नैतिक शिक्षा एवं मूल्यवान संस्कार देकर एक सुंदर समाज व राष्ट्रभक्त नागरिकों का निर्माण एक शिक्षक ही कर सकता है।
👉7- संकलन एवं सहयोग
बलवीर सिंह चौधरी
मिशन शिक्षण संवाद राजस्थान
28-05-2020
नोट: मिशन शिक्षण संवाद में सहयोग और सुझाव के लिए वाट्सअप नम्बर- 9458278429 पर लिखें।
मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से वीरभूमि राजस्थान से अनमोल रत्न शिक्षक भाई बलवीर सिंह चौधरी जी से करा रहें हैं जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशलता से अपने विद्यालय को न सिर्फ सुन्दर और बच्चों के लिए आकर्षक बनाया बल्कि पर्यावरण के प्रति सजग मिशन शिक्षण संवाद परिवार की भाँति "शिक्षा के साथ श्वासों की व्यवस्था" का पालन करते हुए विद्यालय को पेड़ पौधों से हरा भरा बना दिया। विद्यालय परिवार के इन प्रेरक कार्यों के विश्वास को मजबूत करते हुए, सामाजिक सहभागिता का भी विद्यालय में अनुकरणीय उदाहरण देखने को मिलता है। जो हम जैसे हजारों शिक्षक साथियों के लिए प्रेरक एवं अनुकरणीय प्रयास हैं।
आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:-
https://www.facebook.com/1598220847122173/posts/2657857507825163/
👉1..शिक्षक का परिचय:-
बलवीर सिंह चौधरी
राजकीय माध्यमिक विद्यालय मंगरासी, ब्लॉक - दांतारामगढ़ जनपद - सीकर, राज्य - राजस्थान
प्रथम नियुक्ति:10-03-2008
वर्तमान विद्यालय में नियुक्त: 16 - 06 - 2018
👉2 - विद्यालय को उत्कृष्ट बनाने के प्रयास:
🥀A- स्वयं के प्रयास: जून 2018 में इस विद्यालय में नियुक्त होने के बाद अपनी नई कर्मभूमि के लिए कुछ अच्छा करने का विचार किया और अपने इस विचार को मूर्त रूप देने के लिए सबसे पहले अपने घर के बगीचे से छोटे - छोटे पेड़ पौधे लाकर विद्यालय में लगाने की शुरुआत की। छात्र - छात्राओं को विद्यालय में व घरों में पेड़ पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया। हरित राजस्थान कार्यक्रम के तहत विद्यालय में पेड़ पौधे लगाए गए। राज्य सरकार ने निर्देश दिए कि नव प्रवेश छात्रों की संख्या के बराबर पेड़ लगाए जाएं लेकिन हमने अपने विद्यालय में न केवल नव प्रवेशी छात्रों अपितु सभी छात्रों व शिक्षकों ने 1-1 पेड़ विद्यालय में लगाया। विद्यालय में जहाँ पहले 3 - 4 पेड़ थे। आज लगभग 150 पेड़ पौधे अपनी हरीतिमा व खिलखिलाते फूलों से विद्यालय के वातावरण को सुंदर व सुगंधित बना रहे हैं। विद्यालय को सुंदर बनाने के लिए विद्यालय के बरामदे तथा खंभों एवं दीवारों पर ऑयल पेंट किया गया और विशेष बात यह है कि पेंट का कार्य किसी पेंटर या मजदूर से नहीं करवा कर शिक्षक बलवीर सिंह चौधरी ने स्वयं तथा छात्रों के सहयोग से किया है। यह कार्य विद्यालय में समाजोपयोगी शिविर लगाकर पूर्ण किया गया। विद्यालय को निजी स्कूल की तर्ज पर आकर्षक व सुंदर बनाने के लिए शिक्षक बलवीर सिंह चौधरी ने अपने खर्चे पर विद्यालय की खिड़कियों पर रंगीन व चमकीले शीशे लगवाए हैं।
🥀B - अन्य शिक्षकों के सहयोग से: विद्यालय के शिक्षकों के सहयोग से गमलों की व्यवस्था की गई और गमलों में विभिन्न प्रकार के फूलों के पौधे लगाए गए। विद्यालय के सभी शिक्षकों के साथ शिक्षक श्री श्रवण सिंह शेखावत का विशेष सहयोग रहा।
🥀C- जनप्रतिनिधि के सहयोग से: जनप्रतिनिधियों के सहयोग से विद्यालय के खेल मैदान को विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है।
🥀D- जन सहभागिता से: जन सहयोग से पेड़ पौधों की सुरक्षा के लिए लोहे की जाली लगवाई गई। भामाशाहों ने विद्यालय के ऑफिस फर्नीचर, म्यूजिक सिस्टम, लैपटॉप व अन्य सुविधाओं के लिए सराहनीय योगदान दिया है।
👉3- किए गये प्रयासों का परिणाम:
🥀A- प्रयास से पहले और प्रयास के बाद नामांकन- छात्रों एवं अभिभावकों का विद्यालय के प्रति विश्वास एवं लगाव बढ़ा है और इससे निश्चित रूप से विद्यालय में नामांकन बढ़ाने में सफलता मिलेगी।
🥀B- वर्तमान उपस्थिति का प्रतिशत: छात्रों की उपस्थिति के प्रतिशत में काफी सुधार हुआ है छोटी कक्षाओं के बच्चों की उपस्थिति में विशेष सुधार हुआ है।
👉4 - विद्यालय की प्रेरक शिक्षण, सांस्कृतिक, सामाजिक एवं खेलकूद गतिविधियाँ:- विद्यालय में विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियां एवं प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित किया जाता है।
👉5- मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश: मिशन शिक्षण संवाद विद्वान शिक्षकों के नवाचारों से जुड़ने का एक सशक्त मंच है। इस मंच के माध्यम से शिक्षक अपने नवाचारों को अन्य शिक्षकों के साथ साझा कर सकते हैं। मिशन शिक्षण संवाद छात्रों के लिए उपयोगी शिक्षण सामग्री उपलब्ध करवाने के साथ-साथ शिक्षकों की गरिमा, सम्मान एवं श्रेष्ठता को प्रतिष्ठित करने का कार्य कर रहा है। अपने इस पुनीत कार्य के लिए मिशन शिक्षण संवाद साधुवाद एवं प्रशंसा का पात्र हैं। मिशन शिक्षण संवाद के संचालन कर्ताओं विमल कुमार जी व उनकी टीम का कोटि-कोटि आभार🙏🙏
👉6 - शिक्षक समाज के लिए संदेश:- शिक्षक अपने समर्पण भाव से छात्र हित व समाज हित के लिए निरंतर पूर्ण मनोयोग से कार्य कर एक सशक्त राष्ट्र निर्माता की भूमिका निभा सकते हैं। छात्रों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ नैतिक शिक्षा एवं मूल्यवान संस्कार देकर एक सुंदर समाज व राष्ट्रभक्त नागरिकों का निर्माण एक शिक्षक ही कर सकता है।
👉7- संकलन एवं सहयोग
बलवीर सिंह चौधरी
मिशन शिक्षण संवाद राजस्थान
28-05-2020
नोट: मिशन शिक्षण संवाद में सहयोग और सुझाव के लिए वाट्सअप नम्बर- 9458278429 पर लिखें।
बहुत बहुत बधाई
ReplyDeleteवाह ! शानदार बधाई शुभकामनाये अनुकरणीय प्रेरक कार्य
ReplyDeleteCongrates
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