सद्गुण विचार
बच्चों सुन लो मेरे बोल, बात बताती हूँ अनमोल।
जीवन है उनका अनमोल, जो सदा बोलते मीठे बोल।
जीवन है उनका सुखदाई, जिन्होंने सत्य अहिंसा अपनाई।
जीवन उनका है दुखदाई, जिन्होंने कटु भाषा अपनाई।
वे व्यक्ति हैं सर्वश्रेष्ठ महान, जो रखते हैं सबका ध्यान।
वे लोग हैं मूर्ख अज्ञान, जो सबसे रहते हैं अनजान।
वे जीवन में बने विद्वान, जिन्होंने रखा विद्या का मान।
कुसंगति पर मत करो गुमान, अच्छी संगति से बढ़ता मान।
माता-पिता का रखना ध्यान, गुरु बिन ना जीवन कल्याण।
सुमन का तो बस ये ही कहना, विद्या सबसे उत्तम गहना।
रचयिता
सुमन,
प्रधानाध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय निस्तौली-२,
विकास खण्ड-लोनी,
जनपद-गाजियाबाद।
जीवन है उनका अनमोल, जो सदा बोलते मीठे बोल।
जीवन है उनका सुखदाई, जिन्होंने सत्य अहिंसा अपनाई।
जीवन उनका है दुखदाई, जिन्होंने कटु भाषा अपनाई।
वे व्यक्ति हैं सर्वश्रेष्ठ महान, जो रखते हैं सबका ध्यान।
वे लोग हैं मूर्ख अज्ञान, जो सबसे रहते हैं अनजान।
वे जीवन में बने विद्वान, जिन्होंने रखा विद्या का मान।
कुसंगति पर मत करो गुमान, अच्छी संगति से बढ़ता मान।
माता-पिता का रखना ध्यान, गुरु बिन ना जीवन कल्याण।
सुमन का तो बस ये ही कहना, विद्या सबसे उत्तम गहना।
रचयिता
सुमन,
प्रधानाध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय निस्तौली-२,
विकास खण्ड-लोनी,
जनपद-गाजियाबाद।
Comments
Post a Comment