मिशन हमारा सँवर के रहेगा
धुन- प्यार हमारा अमर रहेगा,
याद करेगा जहां।
मिशन हमारा सँवर के रहेगा,
याद करेगा जहां।
तू सरताज है मिशन की मेरी,
मैं तेरा काव्य-जहां।।
---------------------------------------------(2)
हो--ओ--ओ--ओ, आ--आ--आ--आ--आ
पहरा गजब है, बात सहज है,
खुशबू जैसी तूं चंचल है।
तेरा मिशन है, ज्ञान का मंदिर,
तू एक उम्दा ज्ञान-महल है।।
उतरी है तू, ज्ञान-लोक से,
तुझसा जमीं पे कहाँ।
हो--ओ--ओ--ओ-,आ--आ--आ--आ-आ
मिशन हमारा सँवर के रहेगा,
याद करेगा जहां।
तू सरताज है, मेरे मिशन की,
मैं तेरा काव्य-जहां।।
तू जो सलामत, मिशन सलामत।
तेरी उत्साहें, मेरी पनाहें।।
तू ने हमको इतना सराहा,
और खुदा से हम क्या चाहें (2)
नाम मिशन का तुझसे है जिन्दा,
तुझपे है जाँ कुर्बां।।
हो--ओ--ओ--ओ-ओ, आ--आ--आ--आ
मिशन हमारा सँवर के रहेगा,
याद करेगा जहां।
तूँ सरताज है, मेरे मिशन की,
मैं तेरा काव्य-जहां।।
रचयिता
विजय मेहंदी,
सहायक अध्यापक,
KPS(E.M.School) शुदनीपुर,
विकास खण्ड-मड़ियाहूं,
जनपद-जौनपुर।
याद करेगा जहां।
मिशन हमारा सँवर के रहेगा,
याद करेगा जहां।
तू सरताज है मिशन की मेरी,
मैं तेरा काव्य-जहां।।
---------------------------------------------(2)
हो--ओ--ओ--ओ, आ--आ--आ--आ--आ
पहरा गजब है, बात सहज है,
खुशबू जैसी तूं चंचल है।
तेरा मिशन है, ज्ञान का मंदिर,
तू एक उम्दा ज्ञान-महल है।।
उतरी है तू, ज्ञान-लोक से,
तुझसा जमीं पे कहाँ।
हो--ओ--ओ--ओ-,आ--आ--आ--आ-आ
मिशन हमारा सँवर के रहेगा,
याद करेगा जहां।
तू सरताज है, मेरे मिशन की,
मैं तेरा काव्य-जहां।।
तू जो सलामत, मिशन सलामत।
तेरी उत्साहें, मेरी पनाहें।।
तू ने हमको इतना सराहा,
और खुदा से हम क्या चाहें (2)
नाम मिशन का तुझसे है जिन्दा,
तुझपे है जाँ कुर्बां।।
हो--ओ--ओ--ओ-ओ, आ--आ--आ--आ
मिशन हमारा सँवर के रहेगा,
याद करेगा जहां।
तूँ सरताज है, मेरे मिशन की,
मैं तेरा काव्य-जहां।।
रचयिता
विजय मेहंदी,
सहायक अध्यापक,
KPS(E.M.School) शुदनीपुर,
विकास खण्ड-मड़ियाहूं,
जनपद-जौनपुर।
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