४५४~ राजीव भटनागर उच्च प्राथमिक विद्यालय, अफजलपुर बुधौती विकास क्षेत्र - दहगवाँ, जिला - बदायूँ

     🏅अनमोल रत्न🏅

मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद - बदायूँ अनमोल रत्न शिक्षक साथी राजीव भटनागर जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशलता से अपने विद्यालय को विविध शिक्षण गतिविधियों एवं सामाजिक विश्वास का केन्द्र बना दिया है। जो हम सभी के लिए प्रेरक एवं अनुकरणीय प्रयास हैं।

आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:-

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👉1- शिक्षक का परिचय:-
◆ राजीव भटनागर
उच्च प्राथमिक विद्यालय, अफजलपुर बुधौती
विकास क्षेत्र - दहगवाँ, जिला - बदायूँ

नियुक्ति तिथि-22-09-2015


👉2- विद्यालय की समस्याएं:-
★ विद्यालय सुंदरीकरण
★ कक्षा - कक्ष सुसज्जित न होना
★ छात्रों का ठहराव
★ मेरे विद्यालय में छात्रों के नामांकन की समस्या कभी नहीं थी। मेरे विद्यालय में छात्रों का नामांकन हमेशा से अच्छा रहा था लेकिन पूर्व में शिक्षकों के ट्रांसफर होने के कारण शिक्षकों की संख्या कम हो गई थी जब मेरी नियुक्ति
सितंबर 2015 इस विद्यालय में शिक्षक के रूप में हुई तो विद्यालय में एक इंचार्ज प्रधानाध्यापक और लगभग 115 छात्र रहे होंगे। हमारे सामने स्टाफ की कमी नहीं थी परंतु उस समय छात्र उपस्थिति, अनुशासन तथा छात्रों का ठहराव मुख्य समस्या थी जिस को दूर करने के लिए हमने क्रमागत प्रयास किया।

👉3- समस्याओं के समाधान के प्रयास:-
★ जब प्रारंभ में यहाँ की स्थिति देखी तो मन में यही विचार आया कि भले ही मैं इन बच्चों को संसाधन उपलब्ध ना करा पाऊँ लेकिन इन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अनुशासन तो दे ही सकता हूँ इसी सोच के साथ मैंने कदम बढ़ा दिया तथा छात्र संख्या में उपस्थिति 60% से अधिक बनी रहती थी।
★ मैंने अपने तरीके से पढ़ाना प्रारंभ किया तथा सबसे पहले उस समय के इंचार्ज प्रधानाध्यापक से सुझाव और मार्गदर्शन लिया विद्यालय विकास पर विचार-विमर्श तथा सुझाव के उपरांत मुख्य बिंदु यह था कि बच्चों को विद्यालय की ओर कैसे आकर्षित किया जाए तथा उपस्थिति और नामांकन को कैसे बढ़ाया जाए। विद्यालय में कक्षा-कक्षों को आकर्षित एवं सुसज्जित बनाने के लिए कई प्रकार के चार्ट टीएलएम तथा क्राफ्ट वर्क के द्वारा सजाया गया। जिससे बच्चों का कक्षा-कक्ष में रूचि पूर्ण शिक्षण हो सके।


















★ कुछ वर्षों के बाद मेरे विद्यालय के इंचार्ज प्रधानाध्यापक सेवानिवृत्त हो गए। उसके बाद विद्यालय का प्रभार मुझ पर आ गया। मैंने विद्यालय को सकारात्मक दिशा में ले जाने के लिए बच्चों को प्रेरित किया ।बच्चों में सृजनात्मकता विकसित करने हेतु उन्हें कला विषय से जोड़ा तथा विभिन्न प्रतियोगताओं में प्रतिभाग कराया।
विद्यालय में सभी राष्ट्रीय पर्वों, महत्त्वपूर्ण दिवसों तथा देश के मुख्य धार्मिक पर्वों को उत्साहपूर्ण तरीके से आयोजित करना। बच्चों में सर्वप्रथम अनिवार्य देशभक्ति की भावना का विकास किया जाता है।

👉4- विद्यालय की प्रेरक शिक्षण गतिविधियाँ:-
★ विद्यालय में होने वाली कुछ महत्वपूर्ण शिक्षण विधियों के बारे में यहाँ बताया जा रहा है...
★ शिक्षा के प्रति जागरूकता हेतु विभिन्न प्रकार के नाटकों का मंचन किया जाता है जिससे छात्रों में छिपी हुई असीम संभावनाओं से समाज को परिचित कराया जा सके।
★ छात्रों को आर्ट एवं क्राफ्ट गतिविधियां सिखाई जाती हैं जिसके अंतर्गत बच्चे रद्दी न्यूज़पेपर से गुलदस्ते, फोटो फ्रेम, पेन स्टैंड आदि बनाते हैं।
★ बच्चों को विज्ञान के सिद्धांतों को समझाने के लिए अनेक प्रकार के विज्ञान के मॉडल (शून्य निवेश- कबाड़ से जुगाड़ के अंतर्गत) का उपयोग होता है बच्चे स्वयं इन मॉडलों के उपयोग से करके सीखते हैं वायुदाब, जल पर दाब का प्रभाव, चुंबक द्वारा पृथक्करण, वायु में भार होता है आदि प्रयोग बच्चे करके सीखते हैं।
★ उपलब्ध साधनों की मदद से आईसीटी के माध्यम से कक्षा शिक्षण किया जाता है।
★ विभिन्न प्रकार के नवाचारों व अनेकों प्रकार के टी एल एम के माध्यम से कक्षा शिक्षण को रुचिकर बनाया जाता है।

*** बच्चों हेतु *बाल संसद का गठन,* *बाल पुस्तकालय,* *शत-प्रतिशत उपस्थिति वाले बच्चों को हर माह प्रोत्साहन पुरूस्कार*, *विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन,* वार्षिक परीक्षाफल के समय पुरूस्कार वितरण किया जाता।
★ *मेरी अभिव्यक्ति* गतिविधि के अंतर्गत प्रत्येक शनिवार को बच्चों से उनकी समस्याओं की जानकारी ली जाती है तथा उसका निवारण किया जाता है तथा विद्यालय में होने वाले परिवर्तन उन्हें किस प्रकार लगा और क्या परिवर्तन किया जाए इसकी अभिव्यक्ति की छूट दी जाती है।
वर्तमान में लॉकडाउन की विषम परिस्थितियों में विद्यालय के प्रत्येक छात्र को शिक्षण कार्य से जोड़ने के लिए अभिभावकों से दूरभाष पर संपर्क किया जा रहा है।
पूर्व में बनाए गए विद्यालय के व्हाट्सएप ग्रुप पर शैक्षिक वीडियोस, शैक्षिक सामग्री प्रतिदिन भेजे जा रहे हैं, छात्र एवं छात्राएं घर पर ही फोन के माध्यम से शिक्षण कार्य कर रहे है।
हाँ, यह सही है कि अधिकांश अभिभावकों के पास एंड्रॉयड फोन नहीं है, अतः जितने लोग भी मिले उनके साथ मिलकर धीरे-धीरे संख्या बल में बढ़ोतरी हो रही है। प्रतिदिन मोबाइल के माध्यम से अभिभावकों से बात करके बच्चों की प्रगति के विषय में जानकारी ली जाती है। बच्चों की सहभागिता के लिए प्रश्न पत्र भेजते हैं। त्रुटि सुधार एवम् उत्साह वर्धन करते हैं। उम्मीद है बच्चों को इससे कुछ लाभ अवश्य मिलेगा।

👉5- विद्यालय और बच्चों की उपलब्धियां:-
★ विद्यालय के छात्रों की सबसे बड़ी उपलब्धि बच्चों का अंग्रेजी के छोटे-छोटे शब्दों को आपस में बोलकर कान्वेंट जैसा ही महसूस करना। सास्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुति हेतु व खेल- कूद प्रतियोगिताओं हेतु
दक्षता परीक्षा में ब्लाक स्तर पर सराहनीय प्रदर्शन।
विभिन्न प्रकार की गतिविधियों तथा छात्रों की उपलब्धियों की खबरों को समाचार पत्रों में समय-समय पर स्थान मिलता है।















👉6- शिक्षक और विद्यालय परिवार की उपलब्धियां:-
★★★ दिसंबर 2019 में राज्य स्तरीय कॉमिक डिजाइनिंग प्रतियोगिता में शिक्षा निदेशक श्री सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह जी के कर कमलों द्वारा सम्मानित होने का गौरव प्राप्त हुआ।

●● जनवरी 2020 में राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में सहायक शिक्षा निदेशक अब्दुल मुबीन अहमद सर के कर कमलों द्वारा सम्मानित होने का अवसर प्राप्त हुआ।
*** राज्य स्तरीय कार्यशाला बदायूं में सहायक शिक्षा निदेशक श्री अब्दुल मुबीन अहमद सर द्वारा सम्मानित होने का गौरव प्राप्त हुआ।
*** मेरे द्वारा शिक्षा क्षेत्र में की गई नवाचारी गतिविधियों के लिए सामाजिक संस्था एंटी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया द्वारा मुझे मार्च 2019 में सम्मानित किया गया।
*** शिक्षा के क्षेत्र में मेरे द्वारा किए गए नवाचारी एवं रचनात्मक कार्यों के लिए सामाजिक संस्था मंथन एक नूतन प्रयास द्वारा मुझे जून 2019 नेशनल इन्नोवेटिव टीचर अवार्ड से सम्मानित किया गया।
★विभिन्न समाचारपत्रों पत्रों में शिक्षक के नवाचारों की चर्चा व प्रशंसा अक्सर प्रकाशित होती है।

👉7- मिशन शिक्षण संवाद परिवार के लिए संदेश:-
★★ मैं मिशन शिक्षण संवाद से लगभग 5 वर्षों से जुड़ा हूँ मेरी प्रथम नियुक्ति के समय से ही मैं फेसबुक तथा व्हाट्सएप के माध्यम से इस परिवार से जुड़ गया था तथा इससे जुड़कर मैंने विभिन्न प्रकार की शिक्षण की गतिविधियों, नवाचारों तथा सकारात्मक परिवर्तन से परिचित हुआ शिक्षक का सही सम्मान वह उसके कार्य को महत्व इस परिवार में दिया जाता है शिक्षक की योग्यता उसकी कार्य तथा उसके विद्यालय में सकारात्मक परिवर्तन के आधार पर आंकी जाती है। इस परिवार से जुड़े हुए सभी शिक्षकों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं।

👉8- शिक्षक समाज के लिए आपका सुझाव व संदेश:-
★★ मैं स्वयं को इतना अनुभवी नहीं मानता कि मैं आप सभी शिक्षकों को कोई सुझाव दे सकूं लेकिन एक मित्र होने के नाते मेरे हृदय में जो बात है मैं वह कहना चाहूंगा ...विद्यार्थी जीवन एक कठिन तपस्या है जिसे प्रत्येक शिक्षक पार करके आता है किंतु शिक्षक को यह कदापि नहीं सोचना चाहिए कि उसकी परीक्षा समाप्त हो गई है बल्कि असल परीक्षाएं तो अब होनी है जब आप के शिष्य समाज में कदम रखेंगे और कदम - कदम पर आपके द्वारा दिया गया मार्गदर्शन उनके और समाज के लिए हितकर साबित होगा। *विद्यार्थी शिक्षक का आईना है* विद्यार्थी के कार्य शिक्षक की काबिलियत का बखान करते हैं ।
अन्ततः एक विचार-- *शिक्षा में नवाचार के लिए शून्य धन निवेश हो सकता है लेकिन शून्य निवेश जैसी कोई चीज नहीं क्योंकि किसी शिक्षक की मेहनत व लीक से हटकर किया गया कार्य एक सार्थक निवेश है इसमें शिक्षक का निजी समय और कभी-कभी संसाधन भी लग जाते हैं*

👉9- संकलन एवं सहयोग
सचिन सक्सेना
मिशन शिक्षण संवाद बदायूँ
21-05-2020

नोट: मिशन शिक्षण संवाद में सहयोग और सुझाव के लिए वाट्सअप नम्बर- 9458278429 पर लिखें। 

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