धूम्रपान क्यों करते लोग
धूम्रपान क्यों करते लोग?
धूम्रपान से होते रोग।
धूम्रपान के हैं कई स्रोत।
तम्बाकू सेवन प्रमुख है स्रोत।
तम्बाकू के भी रूप अनेक।
बीड़ी, सिगरेट, चिलम, सिगार।
खैनी, सुरती, हुक्का, गुटखा।
धूम्रपान से सबको खतरा।
निकोटीन एक घातक तत्त्व।
जिसमें होता कोई न सत्त्व।
नशा को देकर जीवन लेता।
फिर भी क्यों नहीं सुनते लोग?
फेफड़े इससे होते आहत।
दिल को भी लगता आघात।
होते इससे दन्त रोग।
धूम्रपान क्यों करते लोग?
यदि लगातार हो इसका सेवन।
जीवन शक्ति का हो दोहन।
कैंसर, हृदय और श्वसन रोग।
धूम्रपान क्यों करते लोग?
घटती इससे औसत आयु।
होती इससे दूषित वायु।
इसके कारण तपेदिक रोग।
धूम्रपान क्यों करते लोग?
त्वचा पर इसके बुरे परिणाम।
युवक भी दिखते वृद्ध समान।
आँखों में हो जाते रोग।
धूम्रपान क्यों करते लोग?
मस्तिष्क पर भी करे ये घाव।
और भी इसके बुरे प्रभाव।
गर्भवती माँ को भी जोखिम।
फिर भी क्यों नहीं सुनते लोग?
बुरी बहुत है इसकी लत।
जीवन हो जाता है गर्त।
स्वयं तो होते इसमें लीन।
दूसरों को भी करते हीन।
आओ करें कुछ ऐसी युक्ति।
इसके सेवन से हो मुक्ति।
प्रियजन समझे इसे निरर्थक।
31 मई भी तभी हो सार्थक।
रचयिता
अर्चना गुप्ता,
सहायक अध्यापक,
उच्च प्राथमिक विद्यालय हाफिजपुर हरकरन,
शिक्षा क्षेत्र-खजुहा,
जनपद-फतेहपुर।
धूम्रपान से होते रोग।
धूम्रपान के हैं कई स्रोत।
तम्बाकू सेवन प्रमुख है स्रोत।
तम्बाकू के भी रूप अनेक।
बीड़ी, सिगरेट, चिलम, सिगार।
खैनी, सुरती, हुक्का, गुटखा।
धूम्रपान से सबको खतरा।
निकोटीन एक घातक तत्त्व।
जिसमें होता कोई न सत्त्व।
नशा को देकर जीवन लेता।
फिर भी क्यों नहीं सुनते लोग?
फेफड़े इससे होते आहत।
दिल को भी लगता आघात।
होते इससे दन्त रोग।
धूम्रपान क्यों करते लोग?
यदि लगातार हो इसका सेवन।
जीवन शक्ति का हो दोहन।
कैंसर, हृदय और श्वसन रोग।
धूम्रपान क्यों करते लोग?
घटती इससे औसत आयु।
होती इससे दूषित वायु।
इसके कारण तपेदिक रोग।
धूम्रपान क्यों करते लोग?
त्वचा पर इसके बुरे परिणाम।
युवक भी दिखते वृद्ध समान।
आँखों में हो जाते रोग।
धूम्रपान क्यों करते लोग?
मस्तिष्क पर भी करे ये घाव।
और भी इसके बुरे प्रभाव।
गर्भवती माँ को भी जोखिम।
फिर भी क्यों नहीं सुनते लोग?
बुरी बहुत है इसकी लत।
जीवन हो जाता है गर्त।
स्वयं तो होते इसमें लीन।
दूसरों को भी करते हीन।
आओ करें कुछ ऐसी युक्ति।
इसके सेवन से हो मुक्ति।
प्रियजन समझे इसे निरर्थक।
31 मई भी तभी हो सार्थक।
रचयिता
अर्चना गुप्ता,
सहायक अध्यापक,
उच्च प्राथमिक विद्यालय हाफिजपुर हरकरन,
शिक्षा क्षेत्र-खजुहा,
जनपद-फतेहपुर।
Super
ReplyDeleteयह रचना अति सुंदर है बहुत बधाई
ReplyDeleteशिव प्रसाद गुप्ता
Bhut achchhi kavita hi👌👌
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