४४४~ विनोद कुमार पाण्डेय (प्र०प्र०अ०) इंग्लिश मीडियम प्रा० विद्यालय चतुर्भुजपुर प्रथम, ब्लॉक - बरसठी, जनपद - जौनपुर, उ०प्र०

       🏅अनमोल रत्न🏅


मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद - जौनपुर से अनमोल रत्न शिक्षक साथी विनोद कुमार पाण्डेय जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशलता से एक ऐसे विद्यालय को सामाजिक विश्वास का केन्द्र एवं बच्चों के लिए आकर्षक बना दिया, जो अपने दुर्भाग्य के साथ शून्यता की ओर निहार रहा था। लेकिन आपने "गर्व से जिओ अथवा गुलामी से" सिद्धांत के प्रथम भाग को ही अपना मूल उद्देश्य बनाया। जिसने न सिर्फ शिक्षा का उत्थान किया बल्कि शिक्षक के सम्मान और विश्वास को भी समाज के बीच मजबूत किया। जो हम जैसे हजारों शिक्षक साथियों के लिए गर्व की अनुभूति है एवं भविष्य के लिए एक स्वप्न है।


आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:-
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👉शिक्षक का परिचय:-
विनोद कुमार पाण्डेय (प्र०प्र०अ०)
इंग्लिश मीडियम प्रा० विद्यालय चतुर्भुजपुर प्रथम, ब्लॉक - बरसठी, जनपद - जौनपुर, उ०प्र०

प्रथम नियुक्ति वर्ष: 14-11-2015
वर्तमान विद्यालय में नियुक्ति:14-11-2015

👉🏻विद्यालय की समस्याएं:-
📌 मुझे आज भी याद है 14 नवम्बर 2015 का दिन जब मैं अपना नियुक्ति पत्र लेकर पहुँचा था प्राथमिक विद्यालय चतुर्भुजपुर प्रथम, बरसठी जौनपुर। बबूल के झुरमुटों के बीच स्थित चकत्तेदार दिवारों वाले एक कमरे में एक मैडम 25-30 बच्चों को लेकर बैठी थी। मैंने उनसे पूछा कि और बच्चे व स्टाफ कहा है तो जबाब मिला यही बच्चे और मैं ही अकेले हूँ।
📌विद्यालय में पेयजल की समस्या अत्यंत विकट थी।
📌बाउंड्री वाल न होने की वजह से विद्यालय में एक भी पेड़ पौधे नहीं थे
📌विद्यालय की भौतिक परिवेश अत्यंत नीरस था।
📌बच्चों को फर्श पर ही बैठना पड़ता था जो कि ठण्ड के मौसम में बहुत ही कष्टकारक था।
📌विद्यालय का संचालन परंपरागत तरीके से होने के कारण बच्चों में शिक्षा में रुचि का अभाव था।








👉🏻समस्याओं का समाधान:-
📌 नामांकित बच्चों के घर सम्पर्क किया और अभिभावकों को विश्वास दिलाया कि आप 10 दिन भेजिए। यदि उसके बाद भी बच्चे पढ़ाई के बारे में कोई शिकायत करेंगे तो आप जहाँ चाहे बच्चों को भेज दीजियेगा धीरे-धीरे बच्चों की संख्या बढ़ने लगी। जो कि वर्तमान में 180 पहुँच गयी।
📌बच्चों के आकर्षण के लिए विद्यालय का आकर्षक होना चाहिये। जिसके लिए विद्यालय को प्लास्टिक पेंट से रंगवाया गया। कक्षा-कक्ष को शिक्षाप्रद चित्रों से सजाया गया।
📌ग्रामप्रधान के सहयोग से बाउंड्रीवाल का निर्माण हुआ।
📌विद्यालय कैम्पस में 50 पौधारोपण किये गए जो आज छायादार वृक्ष का रूप ले लिए है। बच्चों के सहयोग से क्यारियां बनवाकर लगाए गए फूल पौधे बरबस ही लोगों को आकर्षित करता, यह चित्ताकर्षक दृश्य "क्लीन स्कूल ग्रीन स्कूल" की अवधारणा को साकार करता है।
📌 बच्चों को टाई बेल्ट और आईकार्ड दिया गया है।
📌शिक्षा को रुचिकर और उच्च गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए स्वयं के प्रयास से प्रोजेक्टर खरीदकर स्मार्ट क्लास की व्यवस्था की गई, जो कि ब्लॉक का प्रथम स्मार्ट क्लास संचालित करने वाला विद्यालय बना।
📌इसके साथ ही जनपद का प्रथम विद्यालय बना जिसकी स्वयं की अपनी वेबसाइट है।
📌 समाजसेवी व उद्योगपति श्री अशोक सिंह ने विद्यालय के प्रगति को देखकर 30 डेस्क बेंच व एक इंडियामार्क हैंडपम्प लगवाया।
📌 अन्य ग्रामीणों की मदद से पंखे, समर्सिबल व साउंड सिस्टम प्राप्त हुआ।
📌 स्वयं के प्रयास से विद्यालय में रनिंग वाटर की व्यवस्था किया गया।

👉विद्यालय की उपलब्धियां:-
📌मिशन शिक्षण संवाद द्वारा आयोजित जनपद स्तरीय समान्य ज्ञान प्रतियोगिता "मंथन" में विद्यालय के दो छात्रों ने प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
📌ब्लॉक स्तरीय सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता "परख" में दो बच्चों ने टॉप 10 में जगह बनाई।
📌ब्लाक स्तरीय खेल कूद प्रतियोगिता में बच्चों ने कबड्डी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
📌जिलाधिकारी महोदय द्वारा आयोजित दक्षता परीक्षा में विद्यालय का छात्र ब्लॉक स्तर पर प्रथम व जिला स्तर पर 21वाँ स्थान प्राप्त किया।
📌विद्यालय को राज्य सरकार द्वारा उत्कृष्ट विद्यालय के रूप में चयनित कर सम्मानित किया गया।




















👉दैनिक क्रियावृत्ती में विशेषता:-
📌प्रतिदिन तीन भाषाओ हिंदी संस्कृत व अंग्रेजी में प्रार्थना करवाया जाता है।
📌प्रतिदिन प्रत्येक कक्षा से "फ्लावर ऑफ द डे" के रूप में कक्षा का सबसे स्वच्छ बच्चे को चुनकर उसे बैज प्रदान किया जाता है जिसे वह दिन भर लगाए रहता।
📌प्रतिदिन वंदेमातरम का गायन कराया जाता है।
📌मासिक टेस्ट का आयोजन होता है जिसके लिए प्रत्येक बच्चे का रिपोर्ट कार्ड बनाया जाता जिसके माध्यम उनके अभिभावकों को भी अवगत कराया जाता है।
📌प्रत्येक वर्ष बाल मेला का आयोजन किया जाता और विज्ञान प्रदर्शनी, मेक माई होम, फैशन शो, समर कैंप आदि का आयोजन किया जाता है। जिससे बच्चों के अंदर की प्रतिभाओं को विकसित किया जा सके।

👉🏻मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश:-
मिशन शिक्षण संवाद जो कि बेसिक शिक्षा के लिए संजीवनी सिद्ध हुआ है जो न केवल शिक्षकों के सम्मान बल्कि शिक्षा के उत्थान के पथ पर उत्तरोतर अग्रसर है और नवाचारी शिक्षकों के लिए एक प्लेटफॉर्म प्रदान किया। जहाँ सीखने और सिखाने का वृत्ति उर्ध्वगामी है और मैं धन्यवाद दूँगा आदरणीय विमल सर को जिन्होंने एक ऐसा संकल्पना प्रस्तुत किया और जौनपुर जनपद के सिंह शिवम जी को जिन्होंने मेरे अंदर कुछ कर गुजरने की जज़्बा को प्रेरित करने हेतु इस परिवार का हिस्सा बनाया।

👉🏻शिक्षक समाज के लिए संदेश:-जीने के दो तरीके होते या तो गर्व से जीओ या गुमनामी में। चुनना हमको है तो क्यों न हम गर्व से जिये। हम सभी लोग स्कूल में समान समय ही देते है और हम उस समय को अपनी कर्मठता से और कर्तव्यनिष्ठा से समाज में मिशाल पेशकर गर्व से जीने का मार्ग चुन सकते या सो कर गुमनामी को। फैसला आपका।

संकलन एवं सहयोग
शिवम सिंह (जौनपुर)
टीम मिशन शिक्षण संवाद
10-05-2020

नोट: मिशन शिक्षण संवाद में सहयोग और सुझाव के लिए वाट्सअप नम्बर - 9458278429 पर लिखें। 🙏🙏🙏

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