३४९~ उषा त्रिवेदी, रा०प्रा० विद्यालय कोट, नरेंद्र नगर, टिहरी गढ़वाल, उत्तराखण्ड
🏅अनमोल रत्न🏅
मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से उत्तराखण्ड से अनमोल रत्न शिक्षिका बहन उषा त्रिवेदी जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और समर्पित व्यवहार कुशलता से उन सभी दुर्गम चुनौतियों का सामना करते हुए, अपने विद्यालय की प्रगति की राह आसान बनाकर सामाजिक विश्वास का केन्द्र बना दिया है। जो हम सभी के लिए प्रेरक और अनुकरणीय है।
आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2380951622182421&id=1598220847122173
मैं उषा त्रिवेदी दिनांक 29/11/2003 से रा०प्रा० विद्यालय कोट, नरेंद्र नगर, टिहरी गढ़वाल, उत्तराखण्ड में प्रधााध्यापक के पद पर कार्यरत हूँ। मेरी प्रथम नियुक्ति दिनांक 01/03/1995 को सहायक अध्यापक के पद पर जनपद टिहरी गढ़वाल के नरेंद्र नगर विकास खंड के दुर्गम क्षेत्र रा०प्रा० विद्यालय पाली में हुई।
दिनांक 29/11/2003 को वर्तमान विद्यालय में कार्य भार ग्रहण किया। विद्यालय भवन जीर्ण शीर्ण स्थिति में था। एक मात्र अतरिक्त कक्ष में विद्यालय संचालन करना और छात्र संख्या में वृद्धि करने के साथ छात्रों का सर्वांगीण विकास करना तथा अभिभावकों व समाज का विश्वास हासिल करना और उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने को मैंने अपना लक्ष्य बना लिया और भौतिक सुख सुविधाओं के अभाव में लगातार 40 से 50 छात्र संख्या होने के बावजूद मैं अपने छात्रों, अभिभावकों और समाज की उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास कर रही हूँ।
📋चुनौतियाँ:-
👉जीर्ण-शीर्ण भवन भौतिक संसाधनों का अभाव।
👉निजी विद्यालयों की ओर लोगों का बढ़ता आकर्षण।
👉सेवित बस्ती में ही English medium school का संचालन व अभिभावकों में सरकारी शिक्षा के प्रति विश्वास जगाना।
👉छात्रों की नियमित उपस्थिति जैसी कई चुनौतियां सामने खड़ी थी।
📋मेरे द्वारा किए गए प्रयास:-
👉1- मेरे द्वारा सर्वप्रथम एक मात्र उपलब्ध अतरिक्त कक्ष की साज सज्जा हेतु भौतिक संसाधनों जैसे- फर्नीचर, पुस्तकालय, खेल सामग्री आदि की व्यवस्था की गई।
👉2- छात्रों के लिए आकर्षक गणवेश, आई कार्ड, निशुल्क शिक्षण सामग्री का वितरण किया गया।
👉3- विद्यालय स्वच्छता हेतु विशेष प्रयास किया गया। विद्यालय में आकर्षक फुलवारी बनाई गई और विद्यालय के सभी अभिलेखों का उचित रख रखाव हेतु विशेष प्रयास किया गया।
👉4- विद्यालय की प्रार्थना सभा को आकर्षक बनाने के लिए प्रतिदिन ड्रम और माइक के द्वारा प्रतिदिन बहुभाषीय प्रार्थना, समूहगान, कविताएं, कहानी, सामान्य ज्ञान, नैतिक वाक्य, व्यायाम और योगासन आदि गतिविधियों को सम्मिलित किया गया।
👉5- छात्रों को विभिन्न अवसरों पर शिक्षण सामग्री और पुरस्कार दिए जाने की परंपरा का निर्वहन किया जाता है।
👉6- नामांकन वृद्धि हेतु घर - घर जाकर अभिभावकों से सम्पर्क
करना व सरकार द्वारा चलाई गए योजनाओं की जानकारी दी गई।
प्रति माह मासिक बैठकों
का आयोजन।
👉राष्ट्रीय पर्वों पर अभिभावकों व जन प्रतिनिधियों को आमन्त्रित कर विद्यालय विकास हेतु चर्चा-परिचर्चा करना।
👉अभिभावकों व समुदाय
का सरकारी शिक्षा के प्रति भरोसा जगाने के लिये मेरे द्वारा अपनी बेटी का नामांकन भी अपने ही विद्यालय में करवाया गया। जिसके परिणास्वरूप अभिभावकों द्वारा अपने बच्चों को निजी विद्यालयों से निकालकर हमारे विद्यालय में प्रवेश दिलाया गया।
👉विद्यालय में T.L.M./कंप्यूटर/संगीत /कविता-कहानियों व रोचक गतिविधियों द्वारा शिक्षण कार्य किया जाता है और कमजोर दक्षता वाले छात्रों को नियमित रूप से उपचारात्मक शिक्षण दिया जाता है।
👉अंग्रेज़ी व गणित शिक्षण हेतु अतरिक्त समय देना।
👉प्रत्येक शनिवार को English speaking day /Doubt clearing day/ बालसभा/बॉक्सफाइल/खेल/संगीत व अन्य रोचक गतिविधियाँ करवाई जाती हैं।
👉प्रत्येक माह के अंतिम शनिवार को छात्र प्रतिभा दिवस के रूप में मनाया जाता है। जिसमें कला/क्राफ्ट कार्य/अन्ताक्षरी कला सामान्य ज्ञान प्रतियोगिताओं का आयोजन कर छात्रों को पुरस्कृत किया जाता है।
👉आर्थिक रुप से कमजोर बच्चों की मदद की जाती है।
👉दैनिक श्यामपट्ट कार्य /दैनिक प्रभात प्रतियोगिताओं को बच्चों से नियमित रुप से कराया जाता है।
📋समुदाय का सहयोग:-
👉1-विद्यालय को समाजसेवी संस्था वनमाली आश्रम द्वारा प्रति वर्ष निशुल्क कापियों का वितरण किया जाता है।
👉2- T.H.D.C.द्वारा विद्यालय को पानी का फिल्टर और कूड़ा दान तथा समुदाय के द्वारा पंखा व अन्य सामग्री प्रदान की गई।
👉3 -विद्यालय प्रबन्ध समिति और अभिभावकों के सहयोग से विभाग द्वारा स्वीकृत धनराशि से वर्ष- 2018 में विद्यालय का नवीन भवन निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।
👉 समय- समय पर स्वच्छता अभियान/बेटी बचाओ - बेटी पढ़ाओ/सड़क सुरक्षा/वृक्षारोपण आदि सामाजिक विषयों पर अभिभावकों के सहयोग से जन जागरूकता हेतु रैलीयों व नाटकों का आयोजन किया जाता है।
📋बच्चों की उपलब्धियाँ:-
👉छात्रों द्वारा विभाग व अन्य सामाजिक संस्थाओं द्वारा आयोजित सपनों की उड़ान चित्रकला, निबन्ध व अन्य प्रतियोगिताओं में संकुल से जिला स्तर तक उत्कृष्ट प्रदर्शन के द्वारा प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त किया जाता है।
📋व्यक्तिगत उपलब्धियाँ:- विभागीय अधिकारियों, अभिभावकों और समुदाय का विश्वास प्राप्त करना मेरी सबसे बड़ी उपलब्धि है।
👉विभिन्न नवाचारी कार्यक्रमों में मेरे द्वारा प्रतिभाग किया जाता है।
👉बच्चों के उत्कृष्ट प्रदर्शन व मेरे छोटे-2 प्रयासों के कारण
*महामहिम राज्यपाल महोदया द्वारा मुझे वर्ष-2018 में गवर्नर्स अवॉर्ड द्वारा सम्मानित किया गया।
वर्ष 2018-19 में विद्यालय को बेस्ट S.M.C. पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
👉मिशन शिक्षण संवाद द्वारा मुझे जनवरी-2019 में उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया गया।
👉जून-2019 में मुझे अखिल भारतीय शैक्षिक विमर्श एवं नवाचारी शिक्षक सम्मान समारोह मंथन में सम्मानित किया गया।
🙏🏻जो मंजिलों को पाने की चाहत रखते हैं, वो समंदरों पर भी पत्थरों से पुल बना देते हैं।🙏🏻
"बदलाव लाने के लिए स्वयं को बदले"
📝संकलन, सहयोग व प्रेरणा के लिये मिशन शिक्षण संवाद परिवार की ओर से मिशन उत्तराखण्ड के राज्य संयोजक लक्ष्मण सिंह मेहता जी का हार्दिक आभार।
नोट: मिशन शिक्षण संवाद परिवार में शामिल होने एवं अपना, अपने जनपद अथवा राज्य के आदर्श विद्यालयों का अनमोल रत्न में विवरण भेजने तथा मिशन शिक्षण संवाद से सम्बंधित शिकायत, सहयोग, सुझाव और विचार को मिशन शिक्षण संवाद के जनपद एडमिन अथवा राज्य प्रभारी अथवा 9458278429 अथवा 7017626809 और ई-मेल shikshansamvad@gmail.com पर भेज सकते हैं।
विमल कुमार
टीम मिशन शिक्षण संवाद
14-07-2019
मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से उत्तराखण्ड से अनमोल रत्न शिक्षिका बहन उषा त्रिवेदी जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और समर्पित व्यवहार कुशलता से उन सभी दुर्गम चुनौतियों का सामना करते हुए, अपने विद्यालय की प्रगति की राह आसान बनाकर सामाजिक विश्वास का केन्द्र बना दिया है। जो हम सभी के लिए प्रेरक और अनुकरणीय है।
आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2380951622182421&id=1598220847122173
मैं उषा त्रिवेदी दिनांक 29/11/2003 से रा०प्रा० विद्यालय कोट, नरेंद्र नगर, टिहरी गढ़वाल, उत्तराखण्ड में प्रधााध्यापक के पद पर कार्यरत हूँ। मेरी प्रथम नियुक्ति दिनांक 01/03/1995 को सहायक अध्यापक के पद पर जनपद टिहरी गढ़वाल के नरेंद्र नगर विकास खंड के दुर्गम क्षेत्र रा०प्रा० विद्यालय पाली में हुई।
दिनांक 29/11/2003 को वर्तमान विद्यालय में कार्य भार ग्रहण किया। विद्यालय भवन जीर्ण शीर्ण स्थिति में था। एक मात्र अतरिक्त कक्ष में विद्यालय संचालन करना और छात्र संख्या में वृद्धि करने के साथ छात्रों का सर्वांगीण विकास करना तथा अभिभावकों व समाज का विश्वास हासिल करना और उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने को मैंने अपना लक्ष्य बना लिया और भौतिक सुख सुविधाओं के अभाव में लगातार 40 से 50 छात्र संख्या होने के बावजूद मैं अपने छात्रों, अभिभावकों और समाज की उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास कर रही हूँ।
📋चुनौतियाँ:-
👉जीर्ण-शीर्ण भवन भौतिक संसाधनों का अभाव।
👉निजी विद्यालयों की ओर लोगों का बढ़ता आकर्षण।
👉सेवित बस्ती में ही English medium school का संचालन व अभिभावकों में सरकारी शिक्षा के प्रति विश्वास जगाना।
👉छात्रों की नियमित उपस्थिति जैसी कई चुनौतियां सामने खड़ी थी।
📋मेरे द्वारा किए गए प्रयास:-
👉1- मेरे द्वारा सर्वप्रथम एक मात्र उपलब्ध अतरिक्त कक्ष की साज सज्जा हेतु भौतिक संसाधनों जैसे- फर्नीचर, पुस्तकालय, खेल सामग्री आदि की व्यवस्था की गई।
👉2- छात्रों के लिए आकर्षक गणवेश, आई कार्ड, निशुल्क शिक्षण सामग्री का वितरण किया गया।
👉3- विद्यालय स्वच्छता हेतु विशेष प्रयास किया गया। विद्यालय में आकर्षक फुलवारी बनाई गई और विद्यालय के सभी अभिलेखों का उचित रख रखाव हेतु विशेष प्रयास किया गया।
👉4- विद्यालय की प्रार्थना सभा को आकर्षक बनाने के लिए प्रतिदिन ड्रम और माइक के द्वारा प्रतिदिन बहुभाषीय प्रार्थना, समूहगान, कविताएं, कहानी, सामान्य ज्ञान, नैतिक वाक्य, व्यायाम और योगासन आदि गतिविधियों को सम्मिलित किया गया।
👉5- छात्रों को विभिन्न अवसरों पर शिक्षण सामग्री और पुरस्कार दिए जाने की परंपरा का निर्वहन किया जाता है।
👉6- नामांकन वृद्धि हेतु घर - घर जाकर अभिभावकों से सम्पर्क
करना व सरकार द्वारा चलाई गए योजनाओं की जानकारी दी गई।
प्रति माह मासिक बैठकों
का आयोजन।
👉राष्ट्रीय पर्वों पर अभिभावकों व जन प्रतिनिधियों को आमन्त्रित कर विद्यालय विकास हेतु चर्चा-परिचर्चा करना।
👉अभिभावकों व समुदाय
का सरकारी शिक्षा के प्रति भरोसा जगाने के लिये मेरे द्वारा अपनी बेटी का नामांकन भी अपने ही विद्यालय में करवाया गया। जिसके परिणास्वरूप अभिभावकों द्वारा अपने बच्चों को निजी विद्यालयों से निकालकर हमारे विद्यालय में प्रवेश दिलाया गया।
👉विद्यालय में T.L.M./कंप्यूटर/संगीत /कविता-कहानियों व रोचक गतिविधियों द्वारा शिक्षण कार्य किया जाता है और कमजोर दक्षता वाले छात्रों को नियमित रूप से उपचारात्मक शिक्षण दिया जाता है।
👉अंग्रेज़ी व गणित शिक्षण हेतु अतरिक्त समय देना।
👉प्रत्येक शनिवार को English speaking day /Doubt clearing day/ बालसभा/बॉक्सफाइल/खेल/संगीत व अन्य रोचक गतिविधियाँ करवाई जाती हैं।
👉प्रत्येक माह के अंतिम शनिवार को छात्र प्रतिभा दिवस के रूप में मनाया जाता है। जिसमें कला/क्राफ्ट कार्य/अन्ताक्षरी कला सामान्य ज्ञान प्रतियोगिताओं का आयोजन कर छात्रों को पुरस्कृत किया जाता है।
👉आर्थिक रुप से कमजोर बच्चों की मदद की जाती है।
👉दैनिक श्यामपट्ट कार्य /दैनिक प्रभात प्रतियोगिताओं को बच्चों से नियमित रुप से कराया जाता है।
📋समुदाय का सहयोग:-
👉1-विद्यालय को समाजसेवी संस्था वनमाली आश्रम द्वारा प्रति वर्ष निशुल्क कापियों का वितरण किया जाता है।
👉2- T.H.D.C.द्वारा विद्यालय को पानी का फिल्टर और कूड़ा दान तथा समुदाय के द्वारा पंखा व अन्य सामग्री प्रदान की गई।
👉3 -विद्यालय प्रबन्ध समिति और अभिभावकों के सहयोग से विभाग द्वारा स्वीकृत धनराशि से वर्ष- 2018 में विद्यालय का नवीन भवन निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।
👉 समय- समय पर स्वच्छता अभियान/बेटी बचाओ - बेटी पढ़ाओ/सड़क सुरक्षा/वृक्षारोपण आदि सामाजिक विषयों पर अभिभावकों के सहयोग से जन जागरूकता हेतु रैलीयों व नाटकों का आयोजन किया जाता है।
📋बच्चों की उपलब्धियाँ:-
👉छात्रों द्वारा विभाग व अन्य सामाजिक संस्थाओं द्वारा आयोजित सपनों की उड़ान चित्रकला, निबन्ध व अन्य प्रतियोगिताओं में संकुल से जिला स्तर तक उत्कृष्ट प्रदर्शन के द्वारा प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त किया जाता है।
📋व्यक्तिगत उपलब्धियाँ:- विभागीय अधिकारियों, अभिभावकों और समुदाय का विश्वास प्राप्त करना मेरी सबसे बड़ी उपलब्धि है।
👉विभिन्न नवाचारी कार्यक्रमों में मेरे द्वारा प्रतिभाग किया जाता है।
👉बच्चों के उत्कृष्ट प्रदर्शन व मेरे छोटे-2 प्रयासों के कारण
*महामहिम राज्यपाल महोदया द्वारा मुझे वर्ष-2018 में गवर्नर्स अवॉर्ड द्वारा सम्मानित किया गया।
वर्ष 2018-19 में विद्यालय को बेस्ट S.M.C. पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
👉मिशन शिक्षण संवाद द्वारा मुझे जनवरी-2019 में उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया गया।
👉जून-2019 में मुझे अखिल भारतीय शैक्षिक विमर्श एवं नवाचारी शिक्षक सम्मान समारोह मंथन में सम्मानित किया गया।
🙏🏻जो मंजिलों को पाने की चाहत रखते हैं, वो समंदरों पर भी पत्थरों से पुल बना देते हैं।🙏🏻
"बदलाव लाने के लिए स्वयं को बदले"
📝संकलन, सहयोग व प्रेरणा के लिये मिशन शिक्षण संवाद परिवार की ओर से मिशन उत्तराखण्ड के राज्य संयोजक लक्ष्मण सिंह मेहता जी का हार्दिक आभार।
नोट: मिशन शिक्षण संवाद परिवार में शामिल होने एवं अपना, अपने जनपद अथवा राज्य के आदर्श विद्यालयों का अनमोल रत्न में विवरण भेजने तथा मिशन शिक्षण संवाद से सम्बंधित शिकायत, सहयोग, सुझाव और विचार को मिशन शिक्षण संवाद के जनपद एडमिन अथवा राज्य प्रभारी अथवा 9458278429 अथवा 7017626809 और ई-मेल shikshansamvad@gmail.com पर भेज सकते हैं।
विमल कुमार
टीम मिशन शिक्षण संवाद
14-07-2019
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