भ्रूण
कक्षा-5
विषय-Science/Environment
फल में होता बीज,
बीज में सोता भ्रूण।
दिखने में है सूक्ष्म,
किन्तु होता है गूढ़।
छोटी सी रचना में ही,
वृक्ष छिपा सम्पूर्ण।
होते हैं दो भाग भ्रूण के,
मूलांकुर प्रांकूर।
मूलांकुर जड़जनक है होता,
तना जनक प्रांकूर।
जब भी यह अनुकूल,
परिस्थिति पाता है परिपूर्ण।
गर्मी, नमी, हवा मिले तो,
निकल पड़े जड़सूंढ़।
निकल पड़े जड़सूंढ़,
बढ़े वह अन्धधरा में।
तना बढ़े गगन की ओर,
खुली हवा में।
रचयिता
विजय मेहंदी,
सहायक अध्यापक,
KPS(E.M.School)Shudanipur, Madiyahu,
जनपद-जौनपुर।
विषय-Science/Environment
फल में होता बीज,
बीज में सोता भ्रूण।
दिखने में है सूक्ष्म,
किन्तु होता है गूढ़।
छोटी सी रचना में ही,
वृक्ष छिपा सम्पूर्ण।
होते हैं दो भाग भ्रूण के,
मूलांकुर प्रांकूर।
मूलांकुर जड़जनक है होता,
तना जनक प्रांकूर।
जब भी यह अनुकूल,
परिस्थिति पाता है परिपूर्ण।
गर्मी, नमी, हवा मिले तो,
निकल पड़े जड़सूंढ़।
निकल पड़े जड़सूंढ़,
बढ़े वह अन्धधरा में।
तना बढ़े गगन की ओर,
खुली हवा में।
रचयिता
विजय मेहंदी,
सहायक अध्यापक,
KPS(E.M.School)Shudanipur, Madiyahu,
जनपद-जौनपुर।
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