आह्वान
नवयुग के इस नवविहान में,
आओ नव निर्माण करें।
अपने हम कर्तव्य समझ,
छात्रों को शिक्षा दान करें।
विद्यालय परिवेश हो सुंदर,
हों आकर्षक गतिविधियाँ।
छात्र प्रफुल्लित रहें सदा,
उनमें हों फैली खुशियाँ।
सपने नए संजोकर हम,
एक दूजे का आह्वान करें।
नवयुग के इस ...............
अपने स्तर से कर दें हम,
विद्यालय को उन्नत।
पठन- पाठन को निखार देवें,
हो छात्र विकास समुन्नत।
प्रगति की राहों में बढ़ जावें,
ऐसा सोच-विचार करें।
नवयुग के इस ................
शिक्षक होते किसी देश के,
कुशल राष्ट्र निर्माता।
सफल प्रयास से कर दें वे,
भविष्य उज्ज्वल छात्रों का।
राष्ट्र की प्रगति में बनें निरंतर,
सच में ऐसा काम करें।
नवयुग के इस ...............
रचयिता
अरविन्द कुमार सिंह,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय धवकलगंज,
विकास खण्ड-बड़ागाँव,
जनपद-वाराणसी।
आओ नव निर्माण करें।
अपने हम कर्तव्य समझ,
छात्रों को शिक्षा दान करें।
विद्यालय परिवेश हो सुंदर,
हों आकर्षक गतिविधियाँ।
छात्र प्रफुल्लित रहें सदा,
उनमें हों फैली खुशियाँ।
सपने नए संजोकर हम,
एक दूजे का आह्वान करें।
नवयुग के इस ...............
अपने स्तर से कर दें हम,
विद्यालय को उन्नत।
पठन- पाठन को निखार देवें,
हो छात्र विकास समुन्नत।
प्रगति की राहों में बढ़ जावें,
ऐसा सोच-विचार करें।
नवयुग के इस ................
शिक्षक होते किसी देश के,
कुशल राष्ट्र निर्माता।
सफल प्रयास से कर दें वे,
भविष्य उज्ज्वल छात्रों का।
राष्ट्र की प्रगति में बनें निरंतर,
सच में ऐसा काम करें।
नवयुग के इस ...............
रचयिता
अरविन्द कुमार सिंह,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय धवकलगंज,
विकास खण्ड-बड़ागाँव,
जनपद-वाराणसी।
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