हिमा दास
गोल्डन गर्ल हिमा दास की विराट सफलता पर, उनके सम्मान में कुछ पन्तियाँ
दुबली पतली कद-काठी की
तुम बेमिसाल हिमा
संघर्षों में तपकर निकली
सोने की हो खान हिमा
अभावों में घुटती प्रतिभाओं
के लिए नई पहचान हिमा
कोख में मरती बेटियों के लिए
हो वरदान हिमा
मेरे भारत की शान हिमा
हर माँ-बाप का सम्मान हिमा
सफलता का,
ना तुम्हें कोई अभिमान हिमा
खेलों में भर दी नई जान हिमा
हर कोई चाहे,
तेरी जैसी एक उड़नपरी हिमा
परी-कथा सी लगती हो तुम,
भारतीयों के सपनों का अरमान हिमा
रचयिता
देवेश कुमार खरे,
सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय कैमाहा,
विकास खण्ड-कबरई,
जिला-महोबा।
दुबली पतली कद-काठी की
तुम बेमिसाल हिमा
संघर्षों में तपकर निकली
सोने की हो खान हिमा
अभावों में घुटती प्रतिभाओं
के लिए नई पहचान हिमा
कोख में मरती बेटियों के लिए
हो वरदान हिमा
मेरे भारत की शान हिमा
हर माँ-बाप का सम्मान हिमा
सफलता का,
ना तुम्हें कोई अभिमान हिमा
खेलों में भर दी नई जान हिमा
हर कोई चाहे,
तेरी जैसी एक उड़नपरी हिमा
परी-कथा सी लगती हो तुम,
भारतीयों के सपनों का अरमान हिमा
रचयिता
देवेश कुमार खरे,
सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय कैमाहा,
विकास खण्ड-कबरई,
जिला-महोबा।
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