दादा जी
कक्षा -1,
विषय --हिन्दी
पाठ--15
दादा जी
दादा जी आए, दादा जी आए।
बच्चे खुशी से चिल्लाये।
गाड़ी भर कर पौधे लाए।
दादा जी आए, दादा जी आए।
सबने नमस्ते कर,
खुश होने का आशीर्वाद है पाया।
आम, नीम, जामुन और कटहल का,
पौधा सबने लगाया।
पौधों की देखभाल का,
वीणा सबने उठाया।
जिन फलों को हम आज खाते हैं।
उसका शुक्र है सबने मनाया।
रचयिता
नीलम जैन,
प्रधानाध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय कंचनपुरा,
विकास खण्ड-कल्यानपुरा बिरधा,
जनपद-ललितपुर।
विषय --हिन्दी
पाठ--15
दादा जी
दादा जी आए, दादा जी आए।
बच्चे खुशी से चिल्लाये।
गाड़ी भर कर पौधे लाए।
दादा जी आए, दादा जी आए।
सबने नमस्ते कर,
खुश होने का आशीर्वाद है पाया।
आम, नीम, जामुन और कटहल का,
पौधा सबने लगाया।
पौधों की देखभाल का,
वीणा सबने उठाया।
जिन फलों को हम आज खाते हैं।
उसका शुक्र है सबने मनाया।
रचयिता
नीलम जैन,
प्रधानाध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय कंचनपुरा,
विकास खण्ड-कल्यानपुरा बिरधा,
जनपद-ललितपुर।
बहुत बढ़िया और प्रेरणादायक कविता
ReplyDeleteBahut badiya kavita
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