साहित्य सूर्य
भारत के साहित्य क्षितिज पर चमका ऐसा तारा
शोषित पीड़ित वंचित गरीब का जो बन गया सहारा
वह बचपन में धनपत राय निडर कहाता था
सोज़े वतन नाम से वह बढ़िया कलम चलाता था
प्रेमाश्रय गोदान गबन लिख बड़ा कमाल किया
है कौन पुरोधा यह जिसने जनता का यशगान किया
जो मज़लूमों महरूमों ख़ातिर नित विह्वल रहता था
कालजयी लेखन से पंगु व्यवस्था से लड़ता था
भारत की उन्नति ख़ातिर लगातार दम भरता था
गोदान गबन प्रेमाश्रय को निडर सदा ही लिखता था
ऐसे लमही के निडर लाल को जग करता है परणाम
गर जान गये हो साहित्य सूर्य को निडर बताओ नाम
रचनाकार
देवेन्द्र कश्यप 'निडर',
साहित्यकार व सामाजिक चिंतक,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय हरिहरपुर,
विकास क्षेत्र-मछरेहटा,
जिला-सीतापुर।
शोषित पीड़ित वंचित गरीब का जो बन गया सहारा
वह बचपन में धनपत राय निडर कहाता था
सोज़े वतन नाम से वह बढ़िया कलम चलाता था
प्रेमाश्रय गोदान गबन लिख बड़ा कमाल किया
है कौन पुरोधा यह जिसने जनता का यशगान किया
जो मज़लूमों महरूमों ख़ातिर नित विह्वल रहता था
कालजयी लेखन से पंगु व्यवस्था से लड़ता था
भारत की उन्नति ख़ातिर लगातार दम भरता था
गोदान गबन प्रेमाश्रय को निडर सदा ही लिखता था
ऐसे लमही के निडर लाल को जग करता है परणाम
गर जान गये हो साहित्य सूर्य को निडर बताओ नाम
रचनाकार
देवेन्द्र कश्यप 'निडर',
साहित्यकार व सामाजिक चिंतक,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय हरिहरपुर,
विकास क्षेत्र-मछरेहटा,
जिला-सीतापुर।
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