आओ प्यारे करें उद्गीथ

सूर्योदय  की  पहली  किरणें,
लेकर  आईं  हैं  नवदीप।
नन्हीं  चिड़िया  बैठी  कहती,
आओ प्यारे करें उद्गीथ।। - २

ध्यान  योग  की  बात  निराली,
होती पुष्पित है हर डाली।
रोगों  पर  अब  कर  लें  जीत,
आओ  प्यारे  करें  उद्गीथ।।-२

अंध  तमस  को  हम  धो  डालें,
संवेगों  का  वेग  सम्भालें।
योगा से हम कर लें प्रीत,
आओ प्यारे करें उद्गीथ।।- २

मैं  तो  प्यारी  चिड़िया  रानी,
करती  हूँ  नित  नई  मनमानी।
बिखराती  हूँ  नव  संगीत।
आओ प्यारे करें उद्गीथ।। - २

सूर्योदय की पहली किरणें,
लेकर  आईं  हैं  नवदीप।
नन्हीं चिड़िया बैठी कहती,
आओ प्यारे करें उद्गीथ।। - २

रचयिता
प्रार्थना मिश्रा,
प्रधानाध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय नगला हरिकेशी,
विकास खण्ड-खंदौली,
जनपद-आगरा।

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