लाला लाजपत राय जयंती
भारतीय इतिहास में,
चमका एक सितारा।
स्वतन्त्रता संग्राम में,
अर्पित किया जीवन सारा।।
28 जनवरी सन 1865 में जन्मे,
पंजाब केसरी कर जनता ने पुकारा।
साइमन कमीशन का विरोध किया,
कांग्रेस गरम दल के बने सहारा।।
लाल, बाल, पाल नाम से थी,
बहुत ही मजबूत तिकड़ी।
स्वतन्त्रता की माँग करने में,
कई बार लगी उन्हें हथकड़ी।।
1928 लाठीचार्ज में वह घायल हुए,
स्वतन्त्रता की माँग को दोहराया।
'ब्रिटिश की लाठी ताबूत की कील बनेगी'
संगी-साथियों को मरते हुए ये समझाया।।
रचयिता
वन्दना यादव "गज़ल"
सहायक अध्यापक,
अभिनव प्रा० वि० चन्दवक,
विकास खण्ड-डोभी,
जनपद-जौनपुर।
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