सरल ऐप
निपुण असेसमेंट टेस्ट,
पढ़ाई हो रही है बेस्ट।
सीखने से न लो कभी रेस्ट,
जिंदगी में आए तभी टेस्ट।।
शिक्षा की सुनहरी डगर में,
जीवन के भवरीले भँवर में।
आया है ये जो सरल एप,
आकलन को देगा नई शेप।।
कक्षाओं में सीखना-सिखाना,
परिवेश से सीखना-सिखाना।
माहौल नवोपचारित होता जहाँ,
नवीन प्रसून सुरभित होता वहाँ।।
उपचार बिन आकारा न लेता,
स्वप्न जो आँखों में है पलता।
उपचारात्मक व्यवस्थित दिशा से,
सर्वांगीण विकास हुआ करता।।
रचयिता
प्रतिभा भारद्वाज,
सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यामिक विद्यालय वीरपुर छबीलगढ़ी,
विकास खण्ड-जवां,
जनपद-अलीगढ़।
Comments
Post a Comment