साहित्यकार मोहन राकेश

नई कहानी आंदोलन का,

जिनको नायक माना जाता।

उस दौर के महानायक थे आप,

नाम मोहन राकेश जाना जाता।।


'आषाढ़ का एक दिन' था, 

हिन्दी का पहला आधुनिक नाटक।

'सरिता पत्रिका' का संपादन किया,

बहुमुखी प्रतिभा संपन्न थे लेखक।।


8 जनवरी, सन् 1925 को जन्मे, 

पंजाब राज्य के अमृतसर स्थान। 

पेशे से वकील पिता के पुत्र थे,

साहित्य-संगीत प्रेमी का था सम्मान।।


लाहौर के 'ओरिएंटल कॉलेज' से,

'शास्त्री' की परीक्षा पास किया।

फिर पंजाब विश्वविद्यालय से,

हिन्दी, अंग्रेजी में M. A.पास किया।।


एक शिक्षक के रूप में अपने,

जिन्दगी का किया था शुरुआत।

साहित्य अभिरूचि के कारण,

लेखन कार्य का  किया शुरुआत।।


हिन्दी के बहुमुखी प्रतिभा संपन्न,

स्वतंत्र लेखक और उपन्यासकार।

समाज के संवेदनशील विषयों पर लेखन,

समकालीन  सार्थक हुए वे साहित्यकार।।


रचयिता

वन्दना यादव "गज़ल"
सहायक अध्यापक,

अभिनव प्रा० वि० चन्दवक,

विकास खण्ड-डोभी, 
जनपद-जौनपुर।

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