शिक्षा से शिक्षक तक

शिक्षा ही है मूल तत्व,

और शिक्षा ही जीवन का सार।

शिक्षा ही है कर्म धर्मा,

शिक्षा बिन सब है बेकार।


गुरु से शिक्षा मिलती है,

शिक्षा से मिलता है भंडार।

शिक्षा में चले ना कोई जादू,

शिक्षा ही है मूल आधार।


गुरु है त्यागी, हम बड़भागी,

इसलिए करें हम गुरु सम्मान।

गुरु बिन शिक्षा मिले न हमको,

गुरु बिन मिले न हमको ज्ञान।


शिक्षा ही है मूल तत्व,

और शिक्षा ही जीवन का सार।


रचयिता

नितेश शुक्ला,

विद्यार्थी,

कक्षा-8,

उच्च प्राथमिक विद्यालय चरवा,

विकास खण्ड-चायल,

जनपद-कौशाम्बी।



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