विश्व बौद्धिक संपदा दिवस
किसी व्यक्ति या संस्था द्वारा सृजित,
कोई रचना, संगीत, डिजाइन या कला।
उस व्यक्ति, संस्था की है बौद्धिक संपदा,
विश्व व्यापार संगठन ने अधिकार दिया बना।।
प्रतिवर्ष 26 अप्रैल को, सब मिलकर,
विश्व बौद्धिक संपदा दिवस मनाते हैं।
बौद्धिक संपदा के अधिकारों के प्रति,
लोगों में जन-जागरूकता लाते हैं।।
प्रथम अधिकार कॉपीराइट कानूनों को मिला,
पुस्तकें, फिल्में, संगीत, पेंटिंग को संरक्षण मिला।
दूसरी श्रेणी में सामूहिक रूप से,
औद्योगिक संपत्ति को स्थान मिला।।
नवीन और रचनात्मक क्षमता हो सुरक्षित,
उचित वाणिज्यिक मूल्य पानी को हो रक्षित।
विश्व बाजार में नये प्रयासों का उचित सम्मान,
सभी देश रखेंगे टीआरपीएस का मानक अनुरूप मान।।
रचयिता
वन्दना यादव "गज़ल"
अभिनव प्रा० वि० चन्दवक,
विकास खण्ड-डोभी,
जनपद-जौनपुर।
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