राष्ट्रीय पंचायतीराज दिवस
भारत का दिल बसता है गाँव में,
मीठी-मीठी सोंधी देसी छाँव में।
देश की समृद्धि के रास्ते हैं बनाते
छह लाख से अधिक गाँव हैं बसते।।
स्वशासन, विकेंद्रीकरण भारत अपनाने को,
पंचायती राज व्यवस्था आया, अपनाने को।
स्थानीय स्तर पर हुई लोकतंत्र की स्थापना,
स्थानीय लोगों द्वारा विकास का हुआ आना।।
73 वें संविधान संशोधन द्वारा,
पंचायत हुआ संविधान में शामिल।
5 वर्ष का पंचायत को कार्यकाल मिला,
1/3 पद पर महिलाओं को किया शामिल।।
1870 में, लार्ड मेयो ने रखा इसका विचार,
लॉर्ड रिपन के काल में, मिला इसे आकार।
गांधीजी ने पंचायतों को दिया सदा बढ़ावा,
"नीति निदेशक तत्व" में, समाहित है सार।।
2 अक्टूबर 1959 को राजस्थान में,
नागौर जिले में पंचायती राज हुआ लागू।
बलवन्त राय मेहता समिति की,
सिफारिश भारत देश में हुई लागू।।
पंचायती राज व्यवस्था का जनक,
लार्ड रिपन को ही माना जाता है।
2010 से प्रतिवर्ष 24 अप्रैल को,
पंचायती राज दिवस मनाया जाता है।।
रचयिता
वन्दना यादव "गज़ल"
अभिनव प्रा० वि० चन्दवक,
विकास खण्ड-डोभी,
जनपद-जौनपुर।
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