हनुमान जन्मोत्सव
चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि को हुआ जन्म,
देशभर में धूमधाम से मनाएँ हनुमान जन्म।
प्रभु राम भक्त हनुमान हैं बड़े चमत्कारी,
कलयुग के जीवित, जागृत देवता का मनाएँ जन्म।।
केसरी राज, अंजनी माता के थे लाल,
केसरी नंदन बजरंगी सूर्य का किए हाल बेहाल।
वायुदेव का मिला वरदान माँ अंजनी को,
वायुदेव पुत्र के रूप में पाया अंजनी ने लाल।।
पवन पुत्र को मिला राम से अमरता का वरदान,
गंधमादन पर्वत पर निवास बनाए हनुमान।
धर्म के रक्षक बजरंग बली पीड़ा सबकी हरें,
इस दिन को जन्म उत्सव के रूप में मनाने का विधान।।
सात चिरंजीवियों में एक हैं पवन पुत्र हनुमान,
कलयुग में सर्वाधिक इनकी पूजा का विधान।
संकट कष्टों का पल में करें निवारण,
ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करने का प्रावधान।।
अखंड ब्रह्मचारी और महायोगी हैं हनुमान,
पूजन अर्चन में रहे पवित्रता का ध्यान।
इंद्रिय संयम भी इनको बहुत भाता है,
सांसारिक विकारों से दूर रहें मिटेगा अज्ञान।।
Comments
Post a Comment