समग्र शिक्षा अभियान
अंधकार को दूर भगाकर जो प्रकाश फैला दे,
हर निराशा को दूर करके नयी आशा को जगा दे।
हर नामुमकिन को जो मुमकिन बना दे,
हर असभ्य को जो सभ्यता का पाठ पढ़ा दे।
वह है शिक्षा, वह है शिक्षा, वह है शिक्षा।।
हर अनुपयोगी को जो उपयोगी बना दे,
हर कुरीति को जो मिटाकर प्यार की रीत चला दे।
हर ध्वनि को बदलकर मधुर गीत बना दे,
चारों ओर अँधेरा मिटाकर ज्ञान का दीप जला दे।
वह है शिक्षा, वह है शिक्षा, वह है शिक्षा।।
हर भेदभाव को मिटाकर सबको एक बना दे,
दुराचारी को भी जो सभ्य और नेक बना दे।
जो जीवन में हर कुशलता और हुनर सिखला दे,
क्या उद्देश्य है जीवन का जो हमको बतला दे।
वह है शिक्षा, वह है शिक्षा, वह है शिक्षा।।
आओ शिक्षित कर समाज को शिक्षा का पाठ पढ़ाएँ,
धर्म जाति का भेद मिटाकर सबको एक बनाएँ।
जागरूक कर सबको आओ अपना कर्तव्य निभाएँ,
"समग्र शिक्षा अभियान" को आओ मिलकर सफल बनाएँ।।
रचयिता
रविंद्र कुमार "रवि" सिरोही,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय सूप-2,
विकास खण्ड-छपरौली,
जनपद-बागपत।
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