२५६~ दिलीप त्रिपाठी, ग्राम प्रधान हसुड़ी औसान, सिद्धार्थ नगर

🏅ग्राम रत्न🏅

🌹गुरु दक्षिणा दे एकलव्य बने ग्राम प्रधान🌹

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मित्रों आज हम जनपद सिद्धार्थ नगर से ग्राम पंचायत *हसुड़ी औसान के ग्राम प्रधान दिलीप त्रिपाठी जी* से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच से आज के भौतिक और आर्थिक युग में जहाँ धन के लिए भाई-भाई का शत्रु बन जाता है वही आपने जिस विद्यालय से प्रारम्भिक शिक्षा पाई उसे गोद लेकर सारा कार्य
ग्राम प्रधान की जिम्मेदारी मिलते ही सबसे पहले बिना किसी सरकारी धन के सहयोग के अपने निजी संसाधनों से किया। विद्यालय के कायाकल्प का काम यह सोच कर शुरू किया कि कभी हम भी इस विद्यालय में पढ़ते थे तो क्यों न बचपन में एक विद्यार्थी के रूप में जो विद्यालय के लिए जिज्ञासा हुआ करती थी कि हमारा भी विद्यालय ऐसा होता तो कितना अच्छा होता। उस स्वप्न को गुरु दक्षिणा के रूप में पूरा किया जाय।
दूसरा यह कि कोई ग्राम प्रधान गाँव का यदि राजा माना जाता है तो विद्यालय और पंचायत भवन ही उसके राज महल होते हैं। क्योंकि गाँव में जब भी कोई बाहरी व्यक्ति आता है तो विद्यालय में ही पहुँचता है जो किसी ग्राम प्रधान की सोच का प्रतिबिम्ब होता है। साथ ही यदि ग्राम पंचायत के विकास की बात की जाय तो सड़क, नाली आदि का विकास कुछ वर्षों तक सीमित रहता है लेकिन विद्यालय के विकास से गाँव की पीढ़ियों का विकास होता है। यही कारण रहा कि आज आपके विद्यालय प्रदेश के लिए आकर्षण के केन्द्र बने हुए हैं। साथ ही पचासों वर्षों से कब्जा की हुई विद्यालय की भूमि को मुक्त करा कर समाज के साथ न्याय करते हुए वोट बैंक की राजनीति को भी एक संदेश दिया गया। जहाँ विद्यालय के परिवेश पर आपने काम कर वहाँ आकर्षक रंग रोगन के साथ विद्यालय में हर कमरे में cc tv, स्मार्ट क्लास, 5 कंप्यूटर,14 रिवलिंग चेयर, 14 पंखे, RO प्लांट, संगीत के सभी सयंत्र, माइक सिस्टम, निजी खर्च से दिया है। वही विद्यालय की शिक्षण गतिविधियों को आकर्षक बनाने के लिए विद्यालय परिवार अपना सकारात्मक सहयोग कर एक स्थान प्राप्त किया। जिससे आज विद्यालय के बच्चों में साहित्य, संगीत और विविध कलाओं की समप्राप्ति हो रही है।
आप द्वारा शुरू की गयी स्वैच्छिक स्वयंसेवी पहल विद्यालय कायाकल्प आज एक छोटे से गांव से चल कर पूरे प्रदेश की ग्राम पंचायत तक सरकारी स्तर 14वें वित्त और कायाकल्प योजना के रूप में पहुँच रहा है। अब देखना यह है कि उत्तर प्रदेश के कितने ग्राम प्रधान गुरू दक्षिणा के रूप में अपने ग्राम वासियों के साथ ईमानदारी से न्याय करते हुए पीढ़ियों के विकास की व्यवस्था करते हैं।
बहुत-बहुत धन्यवाद प्रधान जी
नोट: आप अपने ग्राम प्रधान जी को भी यह बतायें कि विद्यालय का विकास कर आप भी पीढ़ियों का विकास कर सकते है।
यदि आपके ग्राम प्रधान जी ने गाँव के विद्यालय को ईमानदारी से विकास करने में सहयोग किया है तो आप हमें फोटो और विवरण के साथ मिशन शिक्षण संवाद के नम्बर 9458278429 पर भेज कर प्रधान जी को प्रोत्साहित और सम्मान देने में सहयोग करें।

विमल कुमार
टीम मिशन शिक्षण संवाद

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