२६९~ ओम प्रकाश (प्रधानाध्यापक) प्राथमिक विद्यालय सोबरी ज्ञानपुर भदोही (उत्तर प्रदेश) 221308
🏅अनमोल रत्न🏅
मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से एक ऐसे विद्यालय से करा रहे हैं जो जनपद-भदोही के पश्चिमी अन्तिम छोर पर एक वीरान जगह पर स्थित है जिसका नाम है प्राथमिक विद्यालय सोबरी वि० ख०-ज्ञानपुर, भदोही। जहाँ के प्रधानाध्यापक भाई ओम प्रकाश जी की सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशलता से एक ऐसा कार्य कर दिखाया। जिसकी बसिक शिक्षा के विद्यालयों में बहुत बड़ी आवश्यकता है वह है विद्यालय परिवार, SMC सदस्य और ग्राम प्रधान जी का आपसी सहयोग, सम्मान और सामंजस्य। क्योंकि आज बेसिक शिक्षा की अनेकों समस्याओं के बीच एक सबसे बड़ी समस्या है आपसी तालमेल का अभाव। कहीं शिक्षकों के बीच, कहीं शिक्षकों, smc सदस्यों और ग्राम प्रधान के बीच सामंजस्य का अभाव रहता है। जिसका प्रभाव सीधे विद्यालय के विकास और व्यवस्था के साथ ही बच्चों का शिक्षण प्रभावित होता है। इसलिए जिस विद्यालय में तीनों सहयोगी मिल जायें तो वहाँ का विद्यालय परिवार निश्चित ही सादर आभार और नमन के योग्य है।
आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:-
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2199713926972859&id=1598220847122173
मेरी नियुक्ति यहाँ पर 2005 में हुई तब यहाँ दो शिक्षा मित्र नियुक्त थे। और विद्यालय का एक मुख्य भवन ही था विद्यर्थियों की संख्या भी नाम मात्र थी। लेकिन अपने कर्तव्य के प्रति आस्थावान और बच्चों के सर्वांगीण विकास का सपना संजोये हम तीन अध्यापकों ने अथक प्रयास करना प्रारम्भ किए तथा अभिभावकों से जनसम्पर्क में जुट गए, परिणाम स्वरूप अथक प्रयासों के उपरांत बच्चों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ती चली गयी। तथा कक्षा-कक्ष की संख्या क्रमशः छः हो गए।
आज विद्यालय में कुल 175 विद्यर्थियों के साथ तीन अध्यापक एक प्रधानाध्यापक तथा एक शिक्षामित्र है। इसी क्रम में ......
👉1. सभी अध्यापकों द्वारा पूर्ण मनोयोग से शिक्षण कार्य किया जाने लगा।
👉2. फील्ड में खुद द्वारा क्यारियों का निर्माण करके उसमें पौधे रोपे तथा वृक्ष लगाए।
👉3. स्वयं की सहायता से बाउंड्रीवाल का निर्माण कराया।
👉4. एस.एम.सी. को सक्रिय रूप से पुनर्स्थापित किया।
👉5. माता-पिता अभिभावक संघ को सक्रिय भूमिका में लाया गया।
👉6. अधिक उपस्थिति वाले बच्चों को प्रोत्साहित किया जाने लगा।
👉7. सरकार द्वारा प्रदत्त पांच कमरों में बिजली व पंखे चलायमान है तथा सभी कमरो में आवश्यक टी०एल०एम० चित्रांकित है।
ग्रामप्रधान श्री गुलाब धर के स्नेहिल स्वभाव तथा बच्चों के प्रति लगाव व विकास के प्रति जागरूक होकर निम्न कार्य कराए गए......
👉1. ग्राम प्रधान के द्वारा विद्यालय के सभी कमरो में टाइल्स और फील्ड में आर सी सी कराया गया है।
👉2. समस्त स्कूल परिसर में आर सी सी पत्थर लगया गया हैं।
👉3. क्यारियों का निर्माण ईंट द्वारा किया गया है।
👉4. बालक, बालिकाओं हेतु अलग-अलग शौचालय तथा आंगनवाड़ी हेतु मिनी शौचालय का निर्माण किया गया है।
👉5. बच्चों हेतु आवश्यक हैंडवॉश का निर्माण किया गया है।
👉6. पानी स्टोर हेतु 1500 लीटर का टैंक रखा गया है।
👉7. हैंडपंप में समरसेबुल लगवाये गये है।
👉8. तीन समुचित स्थानों पर टोंटीदार नल लगवाये गए है।
👉9-विद्यालय में एक विद्युत लैंप भी लगवाये गए है।
उपर्युक्त कार्य हेतु विद्यालय परिवार आपका सदैव आभारी रहेगा।
ओम प्रकाश
प्रधानाध्यापक
प्राथमिक विद्यालय सोबरी ज्ञानपुर भदोही (उत्तर प्रदेश)
221308
मिशन शिक्षण संवाद परिवार की ओर से सहयोगी विद्यालय परिवार, SMC सदस्य और ग्राम प्रधान जी का बहुत-बहुत आभार!
नोट: आप अपने मिशन परिवार में शामिल होने, आदर्श विद्यालय का विवरण भेजने तथा सहयोग व सुझाव को अपने जनपद सहयोगियों को अथवा मिशन शिक्षण संवाद के वाट्सअप नम्बर-9458278429 और ई-मेल shikshansamvad@gmail.com पर भेज सकते हैं।
निवेदक: विमल कुमार
मिशन शिक्षण संवाद
27-10-2018
मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से एक ऐसे विद्यालय से करा रहे हैं जो जनपद-भदोही के पश्चिमी अन्तिम छोर पर एक वीरान जगह पर स्थित है जिसका नाम है प्राथमिक विद्यालय सोबरी वि० ख०-ज्ञानपुर, भदोही। जहाँ के प्रधानाध्यापक भाई ओम प्रकाश जी की सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशलता से एक ऐसा कार्य कर दिखाया। जिसकी बसिक शिक्षा के विद्यालयों में बहुत बड़ी आवश्यकता है वह है विद्यालय परिवार, SMC सदस्य और ग्राम प्रधान जी का आपसी सहयोग, सम्मान और सामंजस्य। क्योंकि आज बेसिक शिक्षा की अनेकों समस्याओं के बीच एक सबसे बड़ी समस्या है आपसी तालमेल का अभाव। कहीं शिक्षकों के बीच, कहीं शिक्षकों, smc सदस्यों और ग्राम प्रधान के बीच सामंजस्य का अभाव रहता है। जिसका प्रभाव सीधे विद्यालय के विकास और व्यवस्था के साथ ही बच्चों का शिक्षण प्रभावित होता है। इसलिए जिस विद्यालय में तीनों सहयोगी मिल जायें तो वहाँ का विद्यालय परिवार निश्चित ही सादर आभार और नमन के योग्य है।
आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:-
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2199713926972859&id=1598220847122173
मेरी नियुक्ति यहाँ पर 2005 में हुई तब यहाँ दो शिक्षा मित्र नियुक्त थे। और विद्यालय का एक मुख्य भवन ही था विद्यर्थियों की संख्या भी नाम मात्र थी। लेकिन अपने कर्तव्य के प्रति आस्थावान और बच्चों के सर्वांगीण विकास का सपना संजोये हम तीन अध्यापकों ने अथक प्रयास करना प्रारम्भ किए तथा अभिभावकों से जनसम्पर्क में जुट गए, परिणाम स्वरूप अथक प्रयासों के उपरांत बच्चों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ती चली गयी। तथा कक्षा-कक्ष की संख्या क्रमशः छः हो गए।
आज विद्यालय में कुल 175 विद्यर्थियों के साथ तीन अध्यापक एक प्रधानाध्यापक तथा एक शिक्षामित्र है। इसी क्रम में ......
👉1. सभी अध्यापकों द्वारा पूर्ण मनोयोग से शिक्षण कार्य किया जाने लगा।
👉2. फील्ड में खुद द्वारा क्यारियों का निर्माण करके उसमें पौधे रोपे तथा वृक्ष लगाए।
👉3. स्वयं की सहायता से बाउंड्रीवाल का निर्माण कराया।
👉4. एस.एम.सी. को सक्रिय रूप से पुनर्स्थापित किया।
👉5. माता-पिता अभिभावक संघ को सक्रिय भूमिका में लाया गया।
👉6. अधिक उपस्थिति वाले बच्चों को प्रोत्साहित किया जाने लगा।
👉7. सरकार द्वारा प्रदत्त पांच कमरों में बिजली व पंखे चलायमान है तथा सभी कमरो में आवश्यक टी०एल०एम० चित्रांकित है।
ग्रामप्रधान श्री गुलाब धर के स्नेहिल स्वभाव तथा बच्चों के प्रति लगाव व विकास के प्रति जागरूक होकर निम्न कार्य कराए गए......
👉1. ग्राम प्रधान के द्वारा विद्यालय के सभी कमरो में टाइल्स और फील्ड में आर सी सी कराया गया है।
👉2. समस्त स्कूल परिसर में आर सी सी पत्थर लगया गया हैं।
👉3. क्यारियों का निर्माण ईंट द्वारा किया गया है।
👉4. बालक, बालिकाओं हेतु अलग-अलग शौचालय तथा आंगनवाड़ी हेतु मिनी शौचालय का निर्माण किया गया है।
👉5. बच्चों हेतु आवश्यक हैंडवॉश का निर्माण किया गया है।
👉6. पानी स्टोर हेतु 1500 लीटर का टैंक रखा गया है।
👉7. हैंडपंप में समरसेबुल लगवाये गये है।
👉8. तीन समुचित स्थानों पर टोंटीदार नल लगवाये गए है।
👉9-विद्यालय में एक विद्युत लैंप भी लगवाये गए है।
उपर्युक्त कार्य हेतु विद्यालय परिवार आपका सदैव आभारी रहेगा।
ओम प्रकाश
प्रधानाध्यापक
प्राथमिक विद्यालय सोबरी ज्ञानपुर भदोही (उत्तर प्रदेश)
221308
मिशन शिक्षण संवाद परिवार की ओर से सहयोगी विद्यालय परिवार, SMC सदस्य और ग्राम प्रधान जी का बहुत-बहुत आभार!
नोट: आप अपने मिशन परिवार में शामिल होने, आदर्श विद्यालय का विवरण भेजने तथा सहयोग व सुझाव को अपने जनपद सहयोगियों को अथवा मिशन शिक्षण संवाद के वाट्सअप नम्बर-9458278429 और ई-मेल shikshansamvad@gmail.com पर भेज सकते हैं।
निवेदक: विमल कुमार
मिशन शिक्षण संवाद
27-10-2018
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