२६३~ टिकेश्वर प्रसाद रा० प्रा० वि० घिरोली, बेतालघाट, नैनीताल, उत्तराखंड

🏅अनमोल रत्न🏅

मित्रों आज हम आपका परिचय उत्तराखंड से अनमोल रत्न शिक्षक भाई टिकेश्वर प्रसाद जी से करा रहे है। जिनके प्रेरक प्रयासों और सकारात्मक सोच के संघर्ष ने सरकारी विद्यालय जैसी सोच को बदलकर अपने विद्यालय को आकर्षक, प्रेरक और बच्चों की प्रतिभा का केन्द्र बना दिया है। जो हम जैसे हजारों शिक्षकों के लिए अनुकरणीय है।

तो आइए देखते है आपके कुछ प्रेरक प्रयासों को:-


मैं टिकेश्वर प्रसाद रा० प्रा० वि० घिरोली, बेतालघाट, नैनीताल में विगत 12 वर्षों से कार्यरत हूँ। दुर्गम क्षेत्र होने के कारण यहाँ स्वच्छता के प्रति उदासीनता थी। मैंने विद्यालय में अपने प्रथम दिन से ही इस ओर प्रयास शुरू कर दिया।
मैंने सबसे पहले एक क्रिसमस ट्री से शुरुआत की और फिर नींबू, किम, मोरपंखी, सिल्वर, पपीते आदि के पेड़ लगाए। साथ ही परिसर में सुंदर फुलवारी भी बनायी। जिसमें गजानिया, पेंजी, जिरेनिम जैसे फूल सदा महकते रहते हैं। परिसर में किचन गार्डन बनाया गया है जिसमें साल भर मौसमी सब्जियाँ उगायी जाती हैं और मध्याह्न भोजन में ताजा सब्जियाँ बच्चों को परोसी जाती हैं।
विद्यालय के समीप बहने वाले गधेरे के पानी का उपयोग कर एक फव्वारा बनाया गया है और इस पानी का उपयोग सिंचाई के लिए किया जाता है।
विद्यालय की दीवारों पर स्लोगन लगाये गए हैं। कक्षा-कक्षों को छोटे बच्चों के लिए सजाया गया है। टी एल एम से भरपूर कक्षाओं में पढ़ाई आनन्दमय है।
आज विद्यालय क्षेत्र में एक आकर्षण का केंद्र है। विभाग द्वारा भी ट्रेनीज को समय-समय पर विद्यालय में भेजा जाता है।
लगभग चार साल से एकल अध्यापक होने के साथ ही संकुल का कार्य भी होने पर भी विद्यालय के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया गया। विभाग के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियो के द्वारा अध्यापक का उत्साहवर्धन किया गया है।
आज विद्यालय स्वच्छता की मिसाल है। जिसका सेवित क्षेत्र में भी प्रभाव पड़ा है। क्षेत्र में स्वच्छता देखने योग्य है।
शिक्षक के प्रयास से क्षेत्र में बालिका शिक्षा की ओर लोगों का रुझान बड़ा है। पूर्व छात्राएँ उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। विगत तीन वर्षों से छात्राएँ राजीव गाँधी अभिनव नवोदय विद्यालय में प्रवेश पाकर अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा प्राप्त कर रही हैं।
विभाग द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं जैसे सपनों की उड़ान, विज्ञान गणित महोत्सव में विद्यालय के बच्चे प्रतिभाग करते हैं और स्थान प्राप्त करते हैं।

संकलन- लक्ष्मण सिंह मेहता उत्तराखण्ड सहयोगी मिशन शिक्षण संवाद।

मिशन शिक्षण संवाद परिवार की ओर से विद्यालय परिवार को उज्जवल भविष्य की कामना के साथ बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!

साथ ही उत्तराखंड से सहयोगी लक्ष्मण सिह मेहता जी का बहुत-बहुत आभार जिन्होंने हम सबको ऐसे आदर्श शिक्षक और विद्यालय के प्रेरक प्रयासों से अवगत कराने का अवसर प्रदान किया।

नोटः यदि आपने अथवा आपके संज्ञान में किसी शिक्षक साथी ने अपने विद्यालय को प्रेरक और अनुकरणीय बनाया है। तो आम हम सबको आपसी सीखने-सिखाने के उद्देश्य से विद्यालय की विभिन्न गतिविधियों की फोटो और विवरण मिशन शिक्षण संवाद के वाट्सअप नम्बर- 9458278429 पर जरूर भेजें।

विमल कुमार
कानपुर देहात
07/10/2018

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