सरदार वल्लभभाई पटेल
'सिंह सा गर्जन और हृदय मे कोमल भाव रखते थे,
वल्लभभाई पटेल जी से तो सारे दुश्मन डरते थे।
बारदौली सत्याग्रह का सफल नेतृत्व आपने किया,
'सरदार' की उपाधि वहाँ की जनता ने आपको दिया।
एकता को वास्तविक स्वरूप भी आपने ही दे डाला,
रियासतों का एकीकरण भी पल भर में कर डाला।
प्रयास से आपने सारी समस्याओं को हल कर दिया,
सबने आपको भारत का 'लौह पुरुष' था मान लिया।
देश का मानचित्र विश्व पटल पर बदलकर रख दिया,
लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल ने कमाल कर दिया।
31अक्टूबर को हम सब भारतवासी 'राष्ट्रीय एकता दिवस' मनाते हैं,
आपकी याद मे हम 'स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी' पर श्रद्धा सुमन चढ़ाते हैं।'
वल्लभभाई पटेल जी से तो सारे दुश्मन डरते थे।
बारदौली सत्याग्रह का सफल नेतृत्व आपने किया,
'सरदार' की उपाधि वहाँ की जनता ने आपको दिया।
एकता को वास्तविक स्वरूप भी आपने ही दे डाला,
रियासतों का एकीकरण भी पल भर में कर डाला।
प्रयास से आपने सारी समस्याओं को हल कर दिया,
सबने आपको भारत का 'लौह पुरुष' था मान लिया।
देश का मानचित्र विश्व पटल पर बदलकर रख दिया,
लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल ने कमाल कर दिया।
31अक्टूबर को हम सब भारतवासी 'राष्ट्रीय एकता दिवस' मनाते हैं,
आपकी याद मे हम 'स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी' पर श्रद्धा सुमन चढ़ाते हैं।'
रचयिता
अभिषेक शुक्ला,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय लदपुरा,
विकास क्षेत्र-अमरिया,
जिला-पीलीभीत।
Comments
Post a Comment