पांडुरंग शास्त्री आठवले
पांडुरंग शास्त्री आठवले
पुण्यतिथि पर विशेष
पांडुरंग शास्त्री आठवले
भारत के एक दार्शनिक।
समाज सुधारक,
प्रवचनकर्ता और गुरु आध्यात्मिक।।
19 अक्टूबर 1920
जन्म हुआ रोहा महाराष्ट्र।
25 अक्टूबर 2003
निधन हुआ मुंबई महाराष्ट्र।
दादाजी के नाम से इन्हें है जाना जाता
स्वाध्याय आंदोलन से आठवले का नाता।
1954 में आठवले ने चलाया स्वाध्याय आन्दोलन।
गीता एवं उपनिषदों पर आधरित थे प्रवचन।
सामुदायिक नेतृत्व के लिये मैगससे पुरस्कार।
60 लाख जिनके अनुयायी केंद्र पचास हजार।
भारत, अमेरिका, यूके, कनाडा, मध्य एशिया पुर्तगाल।
स्वाध्याय परिवार है फैला, आत्मविकास का जाल।
स्वयं-अध्ययन, भक्ति कार्यक्रम सामाजिक जागरूकता।
भारतीय संस्कृति के पोषक सिखलाते नैतिकता।।
धर्म के क्षेत्र में उन्नति हेतु टेम्पल्टन पुरस्कार।
पुण्यतिथि पर पांडुरंग को नमन है बारम्बार।।
रचयिता
राजकुमार शर्मा,
प्रधानाध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय चित्रवार,
विकास खण्ड-मऊ,
जनपद-चित्रकूट।
पुण्यतिथि पर विशेष
पांडुरंग शास्त्री आठवले
भारत के एक दार्शनिक।
समाज सुधारक,
प्रवचनकर्ता और गुरु आध्यात्मिक।।
19 अक्टूबर 1920
जन्म हुआ रोहा महाराष्ट्र।
25 अक्टूबर 2003
निधन हुआ मुंबई महाराष्ट्र।
दादाजी के नाम से इन्हें है जाना जाता
स्वाध्याय आंदोलन से आठवले का नाता।
1954 में आठवले ने चलाया स्वाध्याय आन्दोलन।
गीता एवं उपनिषदों पर आधरित थे प्रवचन।
सामुदायिक नेतृत्व के लिये मैगससे पुरस्कार।
60 लाख जिनके अनुयायी केंद्र पचास हजार।
भारत, अमेरिका, यूके, कनाडा, मध्य एशिया पुर्तगाल।
स्वाध्याय परिवार है फैला, आत्मविकास का जाल।
स्वयं-अध्ययन, भक्ति कार्यक्रम सामाजिक जागरूकता।
भारतीय संस्कृति के पोषक सिखलाते नैतिकता।।
धर्म के क्षेत्र में उन्नति हेतु टेम्पल्टन पुरस्कार।
पुण्यतिथि पर पांडुरंग को नमन है बारम्बार।।
रचयिता
राजकुमार शर्मा,
प्रधानाध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय चित्रवार,
विकास खण्ड-मऊ,
जनपद-चित्रकूट।
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