आओ रंगों का ज्ञान कराएँ

आओ रंगों का ज्ञान कराएँ,
प्रकृति से पहचान कराएँ।
रंगों से रंगीन है दुनिया,
तुम सीखो,हम तुम्हें सिखाएँ।

लाल रंग का लाल टमाटर,
लाल फूल गुलाब का।
तरबूज भी होता लाल,
होता स्वाद कमाल का।

है फलों का राजा आम,
पीला रंग जनाब का।
पील रंग का पपीता प्यारा,
तेज़ बढ़ाता आँखों का।

हरी हरी सब्ज़ियां ढेरों,
पालक भिन्डी लौकी करेला।
बारिश के मौसम में देखो,
धरती को हरियाली ने घेरा।

नीले रंग का आकाश है नीला,
विचरण करते नीलकंठ।
है समंदर का पानी नीला,
नील रंग के भगवान् कृष्ण।

आँखों की है पुतली काली,
काले भी है सिर के बाल।
चंदा मामा आते रात में,
रात भी काली क्या है बात।

सफ़ेद रंग है बड़ा ही प्यारा,
होता दूध का रंग सफेद।
सफ़ेद रंग के वक और बत्तख,
दिखाओ करके इनमे भेद।

नारंगी होती नारंगी,
खट्टी मीठी सतरंगी।
सूरज का रंग भी नारंगी,
ठंडी में देता गर्मी।

कितने सारे रंग हैं सीखे,
लाल हरे और नीले पीले।
सभी रंग है बड़े अनोखे,
नारंगी सफ़ेद और काले।

रचयिता
पूजा सचान,
(सहायक अध्यापक),
English Medium 
Primary School Maseni,
Block-Barhpur,
District-FARRUKHABAD.

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