जीवन में अगर है आगे बढ़ना

जीवन में अगर है आगे बढ़ना
पाकर सहयोग है बुलन्दी को छूना
फैलाना है यश चारों ओर तो.....
कर लो ओ.................. मित्रता
मित्रता ..आ ..आ.. आ.. मित्रता
ला लला आ आ ला लला

तारों सा अगर चमकना हो जो
चंदा सी देनी हो शीतलता
जगह बनानी हो हृदय में तो तुम..
लाओ ...ओ..ओ.....विनम्रता
विनम्रता...आ...आ...विनम्रता
ला लला आ.. आ.. ला  लला

बड़ों का करो जो तुम सम्मान
छोटों से करो असीमित प्यार
करो मदद सभी की तो...
मिलेगी ..ई...ई...प्रशंसा
प्रशंसा...आ..आ..प्रशंसा
ला लला..आ..आ..ला लला

असत्य से  दूर तुम रहो
सत्य कहने की हिम्मत करो
आगे कदम बढ़ाओ तुम
जुड़ेगी...ई...ई...श्रृंखला
श्रृंखला....आ...आ...श्रृंखला
ला लला...आ...आ..ला लला

अगर जो मिले तुमको निराशा
न छोड़ो आशा रखो खुदपे भरोसा
करो प्रयास पूरे मन से तुम..
मिलेगी....ई...ई..सफलता
सफलता...आ..आ..सफलता
ला लला..आ..आ..ला लला
जीवन में अगर....

रचयिता
सारिका रस्तोगी,
सहायक अध्यापिका,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय फुलवरिया,
जंगल कौड़िया,
गोरखपुर |

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