आओ स्कूल चलें हम
आओ स्कूल चलें हम,
आओ स्कूल चलें हम,
अज्ञानता के अंधियारे को
ज्ञान के प्रकाश से रोशन करें हम,
आओ स्कूल चलें हम,
आओ स्कूल चलें हम।
अब न रहे कोई भेदभाव,
बेटा-बेटी के प्रति हो समान भाव
हमको तो पढ़ना और लिखना है,
हमको भी आगे बढ़ना है
अब हम नहीं रहेंगे किसी से कम,
आओ स्कूल चलें हम,
आओ स्कूल चलें हम।
रचयिता
अर्चना दुबे,
सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय खड़गपुर,
विकास खण्ड-हरपालपुर,
जनपद-हरदोई।
आओ स्कूल चलें हम,
अज्ञानता के अंधियारे को
ज्ञान के प्रकाश से रोशन करें हम,
आओ स्कूल चलें हम,
आओ स्कूल चलें हम।
अब न रहे कोई भेदभाव,
बेटा-बेटी के प्रति हो समान भाव
हमको तो पढ़ना और लिखना है,
हमको भी आगे बढ़ना है
अब हम नहीं रहेंगे किसी से कम,
आओ स्कूल चलें हम,
आओ स्कूल चलें हम।
रचयिता
अर्चना दुबे,
सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय खड़गपुर,
विकास खण्ड-हरपालपुर,
जनपद-हरदोई।
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