शिक्षा की अलख जगायेंगे

शिक्षा की अलख जगायेंगे,
घर घर में दीप जलायेंगे
आज किया है प्रण हमने,
हर बच्चे को साक्षर बनायेंगे,

बेसिक के कुछ अनमोल रतन,
नित कर रहे नये नये यतन
 जीवन में उजाला लाने को,
हाजिर है इनका तन मन धन
मिशन शिक्षण संवाद से,
एक नयी मशाल जलायेंगे
 शिक्षा की........            बनायेंगे

चाहें कितनी भी गरीबी हो,
चाहें कितनी भी लाचारी हो
बच्चा बच्चा स्कूल पहुँचे,
और जी तोड़ मेहनत हमारी हो
हम सब एक साथ मिलकर के,
शिक्षा का उजाला लायेंगे.
शिक्षा ...................बनायेंगे

नित नये नये हैं नवाचार,
जो बच्चों के मन को भाते हैं
बच्चों के साथ स्कूल में हम,
खुद भी बच्चे बन जाते हैं
अभी तो बस आगाज है,
अभी आसमान तक जायेंगे
शिक्षा .....................बनायेंगे

खूब पढ़ो और खूब पढ़ाओ,
घर घर सन्देश पहुँचाना है
हैं ये कल की भावी पीढ़ी,
माँ बाप को ये समझाना है
रोजाना विद्यालय भेजो इनको,
यही कल की  तस्वीर बनायेंगे।
शिक्षा की  .................बनायेंगे

रचयिता
भुवन प्रकाश,
सहायक अध्यापक,
पिपरी नवीन,
विकास खण्ड-मिस्रिख,
जनपद-सीतापुर।

Comments

  1. सुन्दर रचना सर जी।मुझे भी मिशन शिक्षण संवाद के सीतापुर के वॉट्सएप्प ग्रुपमे जोड़े।
    मो.न.9026425290

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