मौसम तो गर्मी का आया
मौसम तो गर्मी का आया,
सुबह शाम सर्दी भी लाया।
गर्मी में होता खूब पसीना,
जरुरी है ठण्डा पानी पीना।।
मच्छरों से ना हों परेशान,
मच्छरदानी उनका समाधान।
बदलें खुद मौसम के अनुसार,
प्रकृति करती सभी को प्यार।।
वातावरण का सदा रखें ध्यान,
नहीं रहेंगे आप कभी बीमार।
पौधों व जीवों को दें सम्मान,
जल ही जीवन का आधार।।
फलों का राजा मन को भाया,
धूप देखकर वह भी बौराया।।
सुन्दर दिखती सभी की काया,
कभी ना घेरे किसी को माया।।
मौसम तो गर्मी का आया।
सुबह शाम सर्दी भी लाया।।
रचयिता
रवीन्द्र शर्मा,
सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय बसवार,
विकास क्षेत्र-परतावल,
जनपद-महराजगंज,उ०प्र०।
सुबह शाम सर्दी भी लाया।
गर्मी में होता खूब पसीना,
जरुरी है ठण्डा पानी पीना।।
मच्छरों से ना हों परेशान,
मच्छरदानी उनका समाधान।
बदलें खुद मौसम के अनुसार,
प्रकृति करती सभी को प्यार।।
वातावरण का सदा रखें ध्यान,
नहीं रहेंगे आप कभी बीमार।
पौधों व जीवों को दें सम्मान,
जल ही जीवन का आधार।।
फलों का राजा मन को भाया,
धूप देखकर वह भी बौराया।।
सुन्दर दिखती सभी की काया,
कभी ना घेरे किसी को माया।।
मौसम तो गर्मी का आया।
सुबह शाम सर्दी भी लाया।।
रचयिता
रवीन्द्र शर्मा,
सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय बसवार,
विकास क्षेत्र-परतावल,
जनपद-महराजगंज,उ०प्र०।
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