हिन्दी दिवस

हिन्दी हमारी मातृभाषा है, हिन्दी हमारी पहचान है।

हिन्दी हमारा गौरव है, हिन्दी जन-जन की शान है।।


कंठ से बच्चा सर्वप्रथम बोले, माँ-माँ हिन्दी शब्द बोले।

सुन इठलाती-इतराती माँ, इन शब्दों में सारा जहान है।।


अक्षर,शब्दों की माला पिरोती, अनुच्छेदों में सुशोभित होती।

पठन-पाठन का बोध कराकर, बनाती हमें ज्ञानवान है।।


हिन्दी पर है हमें गर्व, हिन्दी दिवस है पावन पर्व।

संस्कृति-सभ्यता की झलक, हिन्दी हमारा स्वाभिमान है।।


हिंदी नवजीवन की आशा, पूर्ण करें हर अभिलाषा।

विश्वपटल पर रोज बढाती, हर भारतीय का सम्मान है।।


रचयिता

अमित गोयल,

सहायक अध्यापक,

प्राथमिक विद्यालय निवाड़ा,

विकास क्षेत्र व जनपद-बागपत।



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