हिन्द की शान हिंदी

हिन्द  की  है  शान  हिंदी 

दिल का है अरमान हिंदी

देश की उन्नति हो जिससे

ज्ञान  का  भंडार  हिंदी।

सरस मीठी बोल जिसकी

प्रेम  का  संचार   हिंदी।

हिन्द की है  शान  हिंदी

दिल का है अरमान हिंदी।।


भाई - चारा  एकता  का

विश्व  में  बंधुत्व  हिंदी।

तद्भव तत्सम देश विदेशी

सबको है अपनाती हिंदी

बोली-उपबोली है कितने

सबकी हमजोली है हिंदी।

हिन्द की  है  शान  हिंदी

दिल का है अरमान हिंदी।।


गंगा-जमुना की धारा यह

ज्ञान  की  धारा  है  हिंदी

संस्कृत, जननी है जिसकी

संस्कार का  बीज  हिंदी।

शब्दों - अर्थों  को  समेटे

सबकी है  पहचान हिंदी।

हिन्द की  है  शान  हिंदी

दिल का है अरमान हिंदी।।


रचयिता

डॉ0 रमेश कुमार यादव "अहान"

सहायक अध्यापक,

कम्पोजिट विद्यालय गुरचिहा,

विकास खण्ड-बृजमनगंज,

जनपद-महराजगंज।

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