नन्हें तारे
हे! छोटे प्यारे नन्हें तारे,
चन्दा मामा के राजदुलारे;
सजता है तू आसमान में,
जैसे छतरी में चाँद सितारे;
ऊँचे नीले बैंजनी रंग के,
विशाल गगन में फबता प्यारे;
मुस्कुराके टिमटिमाके,
करता जगमग ब्रह्माण्ड को सारे;
मार्ग को मेरे तू चमका दे,
कुछ टुकड़े रस्ते में बिछा दे;
रोशन करूँ सबके जीवन को,
ईश्वर! मुझे तू ऐसा बना दे;
रचयिता
मीरा कन्नौजिया,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय हरखपुर,
विकास खण्ड-सिकरारा,
जनपद-जौनपुर।
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