मैं शिक्षक हूँ

शिक्षक हूँ मैं शिक्षक हूँ मैं

चॉक श्यामपट्ट मेरा हथियार

 बच्चों को नित नए नवाचार

ज्ञान की ज्योत जगाता हूँ मैं।।

 

सुबह सबेरे घण्टी से पहले

विद्यालय में नित आता  हूँ

घण्टी  के बाद वापस जाता हूँ

प्रार्थना बागवानी शिक्षण और

मिड डे मील खेल करवाता हूँ।

 

यही दिनचर्या मेरी मुझको भाती।

 हर क्षेत्र में अपनी जिम्मेदारी

बखूबी तन मन से निभाता हूँ

इस स्मार्ट डिजिटल युग में

अब स्मार्ट  फोन आदि भी

शिक्षक के आधुनिक कलम

इससे भी शिक्षण कार्य कराता

बच्चों को योग्य  मार्गदर्शन कर

एक अनुशासित नागरिक बनाता  हूँ।।


रचयिता

माधुरी पौराणिक,
सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय हस्तिनापुर,
विकास खण्ड-बड़ागाँव,
जनपद-झाँसी।



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