हिन्दी दिवस

 हम सबको प्यारी है हिंदी,

 जनमन की वाणी है हिंदी।

 सरल, सुगम किलकारी हिंदी,

 वर्णों की फुलवारी हिंदी।


साहित्य की भरमार है हिंदी,

भावों की रसधार है हिंदी।

रागों की मल्हार है हिंदी,

विश्व पटल जयकार है हिंदी।


 नागर लिपि वाली हिंदी,

 विकट चाल मतवाली हिंदी।

 मिटे तमस जब जले दीप सम,

 लिए ज्ञान उजियाली हिंदी।


राष्ट्र चरित की द्योतक हिंदी,

घट -घट वाणी पोषक हिंदी।

जग से न्यारी है यह हिंदी,

हम सबको प्यारी है हिंदी।


रचयिता

कुसुम शर्मा,

सहायक अध्यापक,

कंपोजिट विद्यालय कन्या जैतपुर,

विकास खण्ड-जैतपुर,

जनपद-आगरा।



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