विश्व कविता दिवस
आज है विश्व कविता दिवस।
रोज मनाओ कविता दिवस।।
एकता की पहचान है यह।
देश के गौरव की जान है यह।।
न किसी से बैर, न किसी से द्वेष।
कविता में झलकता भारत मेरा देश।।
जरा देखो कवि के मन मन्दिर में।
खुशी पवित्रता दिखती है।।
कवियों की लेखनी सभ्यता भरती है।
कूट-कूट के भरते कविगण।
भारत का इतिहास भी।
प्रकृति जैसे हास- परिहास में।।
रोज मनाओ विश्व कविता दिवस।
भूल न जाना अपना विश्व हिंदी दिवस।।
रचयिता
सीमा अग्रवाल,
सेवानिवृत्त सहायक अध्यापिका,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय हाफ़िज़पुर उबारपुर,
विकास क्षेत्र - हापुड़,
जनपद - हापुड़।
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