शिव
न रूप, न रंग
वो तो सिर्फ ज्ञान- रंग
जो करे सबका कल्याण
हों सारे विघ्न विनाश।
शिव सुन्दर
उसकी रचना सुन्दर
रंगोली सा जीवन
है दिव्य गुणों का भंडार।
सत्यम शिवम सुन्दरम्
है श्वेत, निर्मल-निष्पक्ष
इसमें ही जन-कल्याण
इससे ही बने सुन्दर संसार।
हो शिव-साम्राज्य
न हो बैर भाव
रहे एक ही मत
हो सबका कल्याण।।
रचयिता
अर्चना गुप्ता,
प्रभारी अध्यापिका,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय सिजौरा,
विकास खण्ड-बंगरा,
जिला-झाँसी।
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