हिन्दी व्यंजन माला गीत
भाग - 3
'ट' से 'टमाटर' होते लाल
'ट' से 'टमटम' की देखो चाल
'ट' से 'टोकरी' में रखो फल
अच्छा अब मिलते हैं कल
'ठ' से 'ठठेरा' ठोके थाल
'ठ' से 'ठेला' पर लाओ माल
'ठ' से 'ठप्पा' स्कूल से लगवाओ
तब आधार कार्ड बनवाने जाओ
'ड' से 'डिब्बा' मिठाई का लाओ
'ड' से 'डलिया' में फूल सजाओ
'ड' से 'डमरू' जब डम-डम बजे
सावन में तब बम-भोला नाचे
'ढ' से 'ढक्कन' डिब्बे का होता
'ढ' से 'ढलान' पर कौन है सोता
'ढ' से 'ढोलक' पर छेड़ो तान
तब गाएँगे हम अपना गान
'ण' का न करना अपमान
'फण' उठाना है साँप का काम
रचयिता
रिंकू कुमारी,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय भिखारीपुर,
विकास खण्ड-सदर,
जनपद-चंदौली।
'ट' से 'टमाटर' होते लाल
'ट' से 'टमटम' की देखो चाल
'ट' से 'टोकरी' में रखो फल
अच्छा अब मिलते हैं कल
'ठ' से 'ठठेरा' ठोके थाल
'ठ' से 'ठेला' पर लाओ माल
'ठ' से 'ठप्पा' स्कूल से लगवाओ
तब आधार कार्ड बनवाने जाओ
'ड' से 'डिब्बा' मिठाई का लाओ
'ड' से 'डलिया' में फूल सजाओ
'ड' से 'डमरू' जब डम-डम बजे
सावन में तब बम-भोला नाचे
'ढ' से 'ढक्कन' डिब्बे का होता
'ढ' से 'ढलान' पर कौन है सोता
'ढ' से 'ढोलक' पर छेड़ो तान
तब गाएँगे हम अपना गान
'ण' का न करना अपमान
'फण' उठाना है साँप का काम
रचयिता
रिंकू कुमारी,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय भिखारीपुर,
विकास खण्ड-सदर,
जनपद-चंदौली।
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